लखनऊ, 28 सितंबर । उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विमान अपहरण विरोधी मॉक अभ्यास का आयोजन किया गया।
भारत के अपहरण विरोधी आकस्मिक बल, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के विशेष कार्रवाई समूह द्वारा आयोजित यह अभ्यास इस सप्ताह की शुरुआत में चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे में हुआ।
फाल्कन स्ट्राइक कोडनाम वाले इस अभ्यास का उद्देश्य हवाई अड्डे की विमान अपहरण जैसी आपात स्थितियों से निपटने में राष्ट्रीय बलों और विभिन्न एजेंसियों की तत्परता का मूल्यांकन करना था।
मॉक अभ्यास के दौरान, एनएसजी कमांडो ने विमान से यात्रियों को बचाने का अभ्यास किया। इसके अलावा सुरक्षा बलों ने अपहरण विरोधी अभ्यास के हिस्से के रूप में हाल ही में उद्घाटन किए गए टर्मिनल-3 का भी निरीक्षण किया। विशेष कार्रवाई समूह को उनके लैंडिंग पॉइंट से सीसीएसआई एयरपोर्ट तक तेजी से पहुंचाने के लिए यूपी पुलिस ने एक ग्रीन कॉरिडोर भी बनाया था।
एनएसजी कमांडो ने अभ्यास में अत्याधुनिक तकनीकों जैसे कि वास्तविक समय संचार प्रणाली, उन्नत निगरानी उपकरण और आतंकवाद विरोधी उपायों का प्रयोग किया।
उत्तर प्रदेश सरकार के गृह विभाग के सचिव डॉ. संजीव गुप्ता की अध्यक्षता में एयरोड्रम आपातकालीन प्रबंधन समिति (एईएमसी) की बैठक में सदस्यों द्वारा ऐसी स्थितियों में काउंटर अपहरण टीम की तैयारियों की समीक्षा की गई।
इस अभ्यास में एनएसजी, सीआईएसएफ, यूपी पुलिस, यूपी एटीएस, राज्य और जिला प्रशासन, डीजीसीए, एयरलाइंस, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण, एटीसी, एआरएफएफ, डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, एंबुलेंस और लखनऊ इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (एलआईएएल) के वरिष्ठ अधिकारियों की भागीदारी शामिल थी।
इस अभ्यास पर टिप्पणी करते हुए लखनऊ हवाई अड्डे के प्रवक्ता ने बताया कि, “चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे में, हम यात्रियों और हितधारकों की सुरक्षा और भलाई को प्राथमिकता देते हैं। लखनऊ हवाई अड्डे ने फाल्कन स्ट्राइक अभ्यास के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए एनएसजी को पूरा समर्थन दिया। लखनऊ एयरपोर्ट की टीम ने यह भी सुनिश्चित किया कि पूरे मॉक अभ्यास के दौरान उड़ान संचालन अप्रभावित रहे।”
फाल्कन स्ट्राइक ने विभिन्न एजेंसियों के बीच सहयोग और समन्वय को रेखांकित किया है। साथ ही देश के सभी हवाई अड्डों पर यात्रियों की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता की पुष्टि की है।