चंडीगढ़, 19 जनवरी
हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड के लगभग 100 सेब उत्पादकों ने एप्पल फार्मर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एएफएफआई) के दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लिया, जो शुक्रवार को यहां चीमा भवन में संपन्न हुआ।
सम्मेलन में उत्पादकों ने सेब अर्थव्यवस्था को प्रभावित करने वाले विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की, जिसका उद्घाटन अखिल भारतीय किसान सभा के वित्त सचिव पी कृष्णप्रसाद ने किया।
सम्मेलन के दौरान बागवानों ने सर्वसम्मति से अपनी लंबित मांगों के लिए सघन अभियान चलाने का निर्णय लिया।
इसके अलावा, प्रतिभागियों ने 26 जनवरी को होने वाली ‘ट्रैक्टर परेड’ और 16 फरवरी को केंद्र की “किसान विरोधी नीतियों” के खिलाफ ग्रामीण बंद के लिए समर्थन व्यक्त किया।
हिमाचल के पूर्व विधायक राकेश सिंघा ने अफसोस जताया, “सेब उत्पादकों को घटती कीमतों और राज्य समर्थन वापस लेने से बुरी तरह प्रभावित होना पड़ा है। यह बेल्ट अत्यधिक जलवायु संबंधी गड़बड़ी, जैसे ओलावृष्टि, से भी प्रतिकूल रूप से प्रभावित होता है, जिसका सेब की उपज के स्वस्थ प्रॉस्पेक्टस पर गंभीर प्रभाव पड़ता है।