नई दिल्ली, 8 अक्टूबर । राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सबसे पुरानी समितियों में से एक आराम बाग पूजा समिति हर साल की तरह इस साल भी दुर्गा पूजा का आयोजन कर रही है। इस बार मां दुर्गा की प्रतिमा को 1500 किलोमीटर का सफर तय करके बंगाल से दिल्ली लाया गया है, जिसे प्रदीप रुद्र पाल ने बनाया है।
आरामबाग पूजा समिति के अध्यक्ष इंदिरा नील सरकार ने मां दुर्गा की प्रतिमा के बारे में बात करते हुए बताया कि हमारे पंडाल की सबसे बड़ी खासियत यहां स्थापित होने वाली मूर्ति है, जिसे पिछले साल की तरह इस बार भी कोलकाता से दिल्ली लाया गया है। कोलकाता से दिल्ली मूर्ति लाना हमारे लिए बहुत बड़ा चैलेंज था, हम पिछली बार भी मूर्ति को सही तरह से लाने में कामयाब रहे थे और इस बार भी कोलकाता से मूर्ति लाने में कामयाब रहे हैं।
इंदिरा नील सरकार ने कहा, “इस बार पंचांग के मुताबिक, पूजा का समय सुबह 5 बजे का है। सप्तमी, अष्टमी और नवमी लगातार तीन दिनों तक पूजा सुबह सात बजे से शुरू होगी और नवमी के दिन में 11:43 बजे हवन होगा।”
उन्होंने बताया कि आरामबाग पूजा समिति में शामिल होने के लिए लोग दिल्ली के दूर दराज इलाकों से आते हैं, जिन्हें संभालना हमारे लिए बहुत ही चुनौतीपूर्ण काम होता है।
वहीं, आरामबाग पूजा समिति के जनरल सेक्रेटरी आलोक सावंत ने बताया कि पूजा समिति जब भी पूजा का आयोजन करती है तो एक थीम को तय किया जाता है। इस बार भी हमने एक थीम तय की है। दिल्ली के अंदर बहुत जगह पर दुर्गा पूजा होती है, लेकिन हमारा पंडाल इकलौता है, जिसकी प्रतिमा को कोलकाता से विशेष तौर पर मंगाया जाता है। इस बार पंडाल की साज-सजावट के साथ यहां खाने का भी सामान कोलकाता से मंगवाया गया है।
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