लखनऊ, 3 सितंबर । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को सशस्त्र बल को लेकर एक महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने कहा कि सशस्त्र बल केवल एक रक्षा ढांचा मात्र नहीं है, बल्कि यह हमारी राष्ट्र की सुरक्षा की एक मजबूत नींव भी है, इसे हमें याद रखना चाहिए।
उन्होंने सशस्त्र सैन्य समारोह के उद्घाटन समारोह में कहा कि हमारे वीर जवान अपनी जान की परवाह किए बगैर देश की सेवा में तत्पर रहते हैं। यही वजह है कि वह जनमानस के मन में राष्ट्र नायक के रूप में सम्मान प्राप्त करते हैं। हमें गर्व है कि हमारे पास ऐसी सक्षम और समर्पित सेना है, जो हर स्थिति में देश की सुरक्षा करने में सक्षम है।
उन्होंने कहा कि इस भव्य समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एकीकृत कमान, जिसमें थल, नभ और जल तीनों सेनाएं आपसी समन्वय से आसानी से कैसे दुश्मन को परास्त कर विजय प्राप्त करती हैं, उसकी एक झलक हम सबने यहां देखी है। भारत की सेना दुनिया की अद्वितीय सेना है, जिसने सदैव अपनी ताकत, अनुशासन और तकनीकी क्षमता का लोहा न केवल दुश्मनों को मनवाया है, बल्कि देश के अंदर भी सम और विषम दोनों परिस्थितियों में एक सकारात्मक भूमिका के साथ कार्य करते हुए अपना उत्कृष्टतम प्रदर्शन और सहयोग दिया है।
उन्होंने कहा कि भारत के बहादुर सैनिकों की सजगता का ही परिणाम है कि विपरीत परिस्थितियों के बावजूद भारत पूरी मजबूती के साथ अपनी सीमाओं की सुरक्षा करने और बड़े से बड़े षड्यंत्र को असफल करने में सक्षम हुआ है। हमारे बहादुर जवानों का शौर्य और पराक्रम 140 करोड़ भारतवासियों को आश्वस्त करता है। यह हमारा सौभाग्य है कि उत्तर प्रदेश वीरों की भूमि है। देश की सुरक्षा के लिए हर युद्ध में हमारे नौजवानों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने अपने शौर्य और पराक्रम से देश और प्रदेश का गौरव बढ़ाया है।
सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार सेवारत, सेवानिवृत्त सैनिकों और वीर नारियों के कल्याण के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है। देश की सीमाओं की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले सैनिकों के परिवारजनों को राज्य सरकार 50 लाख रुपये की अनुग्रह राशि, सैनिक परिवार के एक सदस्य को उत्तर प्रदेश शासन की शासकीय सेवा में समायोजित करने और शहीद सैनिक की स्मृति को जीवंत बनाए रखने के लिए उनके स्मारक के साथ उनके नाम पर किसी संस्था का नाम रखने का कार्य भी कर रही है।
उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए तेजी के साथ आगे बढ़ा है। फरवरी 2018 में लखनऊ में आयोजित इन्वेस्टर्स समिट में प्रधानमंत्री मोदी ने देश में दो डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग कॉरिडोर की घोषणा की थी। उसमें से एक उत्तर प्रदेश में 6 नोड पर स्थापित हो रहा है। प्रदेश सरकार ने इन 6 के 6 नोड पर रक्षा मंत्रालय के साथ बेहतरीन तालमेल स्थापित करते हुए कार्य को आगे बढ़ाया है।
सीएम योगी ने कहा कि डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में राजधानी लखनऊ में डीआरडीओ ब्रह्मोस और झांसी नोड में भारत डायनामिक्स लिमिटेड द्वारा दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं को स्थापित करने की कार्रवाई तेजी के साथ आगे बढ़ रही है। इन परियोजनाओं से देश की सैन्य शक्ति मजबूत होगी और राष्ट्रीय सुरक्षा को भी बल मिलेगा। आधुनिकतम उपकरण और तकनीक का विकास भारत की ही धरती पर होगा, जिससे हमारी सेना और भी मजबूत होगी। राष्ट्र रक्षा के इन प्रयासों में उत्तर प्रदेश सदैव अग्रणी भूमिका का निर्वहन करेगा।
उन्होंने आगे कहा कि डिफेंस कॉरिडोर से प्रदेश के युवाओं को व्यापक स्तर पर रोजगार के अवसर भी सुलभ हो रहे हैं। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में फरवरी 2020 में डिफेंस एक्सपो का सफल आयोजन किया गया। डिफेंस एक्सपो निवेश की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण सिद्ध हुआ। उत्तर प्रदेश में डिफेंस सेक्टर से संबंधित एचएएल, ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियां, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड आदि पहले से ही कार्यरत हैं। वहीं, इसके विस्तार को लेकर राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। सशस्त्र सैन्य समारोह हमारे समाज और युवा पीढ़ी को एक नई प्रेरणा प्रदान करेगा।