रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि बुधवार सुबह सेना के एक हेलीकॉप्टर द्वारा पंजाब के एक बाढ़ग्रस्त गांव से सीआरपीएफ के 22 जवानों और तीन नागरिकों को निकाला गया। यह घटना उस इमारत के ढहने से कुछ मिनट पहले घटी जिसमें वे शरण लिए हुए थे।
पंजाब के कुछ हिस्सों में लगातार भारी बारिश के कारण विभिन्न क्षेत्रों में अचानक बाढ़ आ गई है तथा सतलुज, ब्यास और रावी नदियां तथा मौसमी छोटी नदियां उफान पर हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि आर्मी एविएशन ने एक त्वरित और साहसिक अभियान के तहत मंगलवार से जम्मू-कश्मीर के लखनपुर की सीमा से लगे माधोपुर हेडवर्क्स के पास फंसे 25 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया।
उन्होंने बताया कि बुधवार सुबह छह बजे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बावजूद सेना के हेलीकॉप्टरों ने बचाव अभियान के लिए उड़ान भरी और सभी फंसे हुए लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
प्रवक्ता ने बताया कि जिस भवन में ये लोग शरण लिए हुए थे, वह निकासी के कुछ ही देर बाद ढह गया, जिससे बचाव की समयबद्धता और सटीकता का पता चलता है।
उन्होंने कहा, “यह सफल ऑपरेशन एक बार फिर भारतीय सेना की जीवन की रक्षा के प्रति अटूट प्रतिबद्धता और संकट की स्थितियों में तुरंत प्रतिक्रिया देने की क्षमता को दर्शाता है। सेना और स्थानीय अधिकारियों के बीच तालमेल ने… एक संभावित त्रासदी को टाल दिया।”