कोलकाता, करोड़ों रुपये के पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) भर्ती अनियमितताओं के घोटाले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारी अब दक्षिण कोलकाता के टॉलीगंज में अर्पिता मुखर्जी के डायमंड सिटी आवास से चार लापता वाहनों की तलाश कर रहे हैं। केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने 22 जुलाई को टॉलीगंज स्थित आवास से पहली बार खजाना बरामद किया था।
ईडी के अधिकारियों के मुताबिक डायमंड सिटी कॉम्प्लेक्स में अर्पिता मुखर्जी के लिए पांच पार्किं ग स्लॉट आरक्षित किए गए थे। रिकॉर्ड के अनुसार, 22 जुलाई की शाम तक जब केंद्रीय एजेंसी ने इस आवास परिसर में उनके फ्लैट पर छापा मारना शुरू कर दिया था तो दो मर्सिडीज बेंज गाड़ी, एक होंडा सिटी, एक होंडा सीआर-वी और ऑडी ए4 सहित पांच हाई-एंड वाहन वहां खड़े थे।
ईडी के सूत्रों ने पुष्टि की है कि जब तक उन्होंने जब 23 जुलाई को तलाशी और जब्ती अभियान समाप्त किया, तब तक पांच में से चार वाहन गायब हो गए थे। हम सिर्फ एक सफेद रंग के मर्सिडीज बेंज वाहन का पता लगा सके, जिसे हमने जब्त कर लिया है। हम शेष चार वाहनों को ट्रैक करने की कोशिश कर रहे हैं और आवास परिसर में सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रहे हैं, जब ये वाहन लापता हो गए थे।
ईडी के अधिकारी लापता चार वाहनों में नकदी, सोना या अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेजों के होने से इनकार नहीं करते हैं। पता चला है कि चार वाहनों में अर्पिता मुखर्जी ने दो मर्सिडीज बेंज वाहनों का इस्तेमाल किया और शेष तीन वाहनों का इस्तेमाल अन्य उद्देश्यों के लिए किया गया।
इस बीच, लापता वाहनों पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पार्टी सांसद दिलीप घोष ने कहा कि निश्चित रूप से ईडी अधिकारियों की ओर से लापरवाही हुई है। उन्होंने कहा, “केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों को ऐसे संवेदनशील मामलों से निपटने में सावधानी बरतनी चाहिए।”
इस बीच, पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी दोनों को चिकित्सा जांच के लिए शुक्रवार दोपहर कोलकाता के दक्षिणी बाहरी इलाके जोका के ईएसआई अस्पताल में पेश किया गया। दोनों का रिएक्शन बिल्कुल अलग था।
ईडी की गाड़ी से नीचे उतरते समय अर्पिता मुखर्जी की आंखों में आंसू आ गए, पार्थ चटर्जी ने मीडिया से सिर्फ एक लाइन में कहा कि वह ‘साजिश के शिकार’ हैं।