November 15, 2024
Himachal

कला, संस्कृति ट्रस्ट ने पारंपरिक लघु चित्रकला शैली पर कार्यशाला आयोजित की

भारतीय राष्ट्रीय कला एवं सांस्कृतिक विरासत न्यास (INTACH) के मंडी चैप्टर ने कल मंडी के जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (DIET) में स्कूली छात्रों के लिए मंडी कलम लघु चित्रकला शैली पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला का उद्देश्य क्षेत्र की मध्यकालीन लोक चित्रकला परंपरा की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करना और पुनर्जीवित करना था।

इस कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों के कुल 62 छात्रों ने भाग लिया। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी के बीच जटिल मंडी कलम शैली के बारे में जागरूकता बढ़ाना था, जिसकी इस क्षेत्र में गहरी ऐतिहासिक जड़ें हैं।

एडीसी रोहित राठौड़ एक उपस्थित व्यक्ति को स्मृति चिन्ह भेंट करते हुए। ट्रिब्यून फोटो: जय कुमार
कार्यशाला का उद्घाटन मंडी के अतिरिक्त उपायुक्त (एडीसी) रोहित राठौर ने किया। उन्होंने कहा कि मंडी में आगामी शिवरात्रि मेले के दौरान चित्रकला प्रतियोगिता और प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी, जिससे युवा कलाकारों को अपना कौशल दिखाने और स्थानीय कला को बढ़ावा देने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा, “इससे युवाओं में छिपी प्रतिभा सामने आएगी।”

INTACH के मंडी चैप्टर के संयोजक नरेश मल्होत्रा ​​ने सभी का स्वागत किया और पारंपरिक कला रूपों के संरक्षण के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि कार्यशाला के दौरान छात्रों द्वारा बनाई गई सभी पेंटिंग्स को निकट भविष्य में प्रदर्शित किया जाएगा, जिससे उन्हें व्यापक प्रदर्शन का अवसर मिलेगा।

सह-संयोजक अनिल शर्मा ने आशा व्यक्त की कि कार्यशाला से छात्रों में कला के प्रति अधिक रुचि पैदा होगी। उन्होंने पूरे कार्यक्रम के दौरान छात्रों के उत्साह और रचनात्मकता की भी सराहना की।

कार्यशाला का संचालन मंडी कलाम विशेषज्ञ राजेश और उनकी शिष्या पारुल कपूर ने किया, जिन्होंने पेंटिंग बनाते समय इतिहास, तकनीक और रंगों के उपयोग पर अपनी विशेषज्ञता छात्रों के साथ साझा की। उन्होंने प्रतिभागियों को अपनी खुद की लघु पेंटिंग बनाने के चरणों के माध्यम से मार्गदर्शन किया, जिसमें पारंपरिक शैली को अपनी कलाकृति में शामिल किया गया।

डीएवी सेनेटरी पब्लिक स्कूल, अल्पाइन पब्लिक स्कूल, विजय सीनियर सेकेंडरी स्कूल और कई अन्य स्कूलों का प्रतिनिधित्व करने वाले छात्रों ने मंडी कलम की अनूठी शैली को दर्शाते हुए कई खूबसूरत पेंटिंग्स प्रदर्शित कीं। स्कूलों में से, डीएवी, नैर चौक, केंद्रीय विद्यालय, जवाहर नगर और गुरु गोविंद सिंह सीनियर सेकेंडरी स्कूल के छात्रों द्वारा बनाई गई पेंटिंग्स को सर्वश्रेष्ठ चुना गया।

समापन समारोह में एडीसी राठौर ने श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले स्कूलों को स्मृति चिन्ह तथा कार्यशाला में भाग लेने वाले सभी विद्यार्थियों को भागीदारी प्रमाण पत्र प्रदान किए।

इस कार्यक्रम में इंटैक के सदस्य डॉ. हरीश बहल, अजय, कमल मल्होत्रा, राजीव, बनिता मल्होत्रा, इंदु शर्मा, नीरज शर्मा, हरीश और डाइट समन्वयक राकेश कुमार सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे। कार्यशाला के दौरान छात्रों की सहायता के लिए चित्रकार राजेश और पारुल कपूर के साथ कुमार अमन भी मौजूद थे।

यह कार्यशाला मंडी कलम की पारंपरिक कला के संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, साथ ही इसने युवा पीढ़ी को क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत की सराहना करने और उसे आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित भी किया।

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