ऑल इंडिया मजलिस इत्तेदहुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) नेता वारिस पठान गुरुवार को आईएएनएस से बात करते हुए ‘पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना’, आम आदमी पार्टी (आप) और अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा। उन्होंने अरविंद केजरीवाल को आरएसएस का छोटा रिचार्ज कहा।
‘आप’ द्वारा ‘पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना’ लाने पर एआईएमआईएम नेता वारिस पठान ने कहा, “अरविंद केजरीवाल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का छोटा रिचार्ज हैं। भाजपा और आरएसएस में कोई अंतर नहीं है। केजरीवाल ने कोविड के समय मुसलमानों पर आरोप लगाया था कि तब्लीगी जमात की वजह से कोविड फैल रहा है। उनकी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन जब जेल में चले गए, तो उनके घर वो पूछने तक नहीं गए। वो पंडितों और ग्रंथियों को 18,000 रुपये महीने दें, इससे हमें कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन इसके साथ उनके घर के सामने जो मौलाना पहुंचे, उनका महीनों से वेतन बाकी है, पहले उसको दे दें।”
उन्होंने आगे कहा, “केजरीवाल मुसलमानों के साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं, फिर उनको मुसलमानों का वोट भी चाहिए। अगर उनके पास पैसा नहीं है, तो पैसा कैसे देंगे। वो खुद शीश महल में जाकर बैठ गए। उनका दो मुंहा चेहरा अब लोगों के सामने आ गया है। अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचार के आइकॉन बनते जा रहे हैं, उन्होंने शीश महल में करोड़ों रुपये खर्च कर दिया। जो टॉयलेट का शीट है, वो भी करोड़ों का है। शराब घोटाले में उन्हीं की पार्टी के लोग जेल में गए। केजरीवाल खुद बेल पर बाहर आए हुए हैं और अब चुनाव लड़ेंगे।”
बाबरी मस्जिद अभी तक नहीं बन पाने को लेकर वारिस पठान ने कहा, “मैं बस यही कहूंगा कि 6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद को शहीद कर दिया गया था। सुप्रीम कोर्ट ने भी सुनवाई के वक्त कहा था कि वहां पर कोई ऐसे प्रमाण नहीं मिले थे कि किसी मस्जिद को तोड़कर मंदिर बनाई गई थी। लेकिन आज दुनिया के सामने एक प्रमाण है कि एक मस्जिद को शहीद करके मंदिर बनाया जा रहा है, यह आज पूरी दुनिया देख रही है।