नूरपुर, 30 जुलाई राज्य स्वास्थ्य विभाग ने कांगड़ा जिले में टीबी रोगियों का पता लगाने के लिए एक्टिव केस फाइंडिंग (एसीएफ) का एक विशेष अभियान शुरू किया है और इस अभियान में आशा कार्यकर्ताओं को शामिल किया गया है। जानकारी के अनुसार, एसीएफ अभियान में आशा कार्यकर्ताओं ने 32 जोखिम वाली आबादी में टीबी रोगियों का पता लगाया है और अब तक 14,190 लोगों की जांच की गई है।
कांगड़ा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) राजेश गुलेरी ने कहा कि आशा कार्यकर्ता हर महीने के रविवार को अभियान चला रही हैं। उन्होंने कहा कि इस अभियान से एसीएफ में सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। से बात करते हुए गुलेरी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग टीबी मुक्त हिमाचल प्रदेश के मिशन में ग्राम पंचायतों को भी शामिल करेगा। उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिले में हर महीने की 24 तारीख को ब्लॉक स्तर पर निक्षय दिवस मनाया जाएगा।