केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया असम राज्य को आगे बढ़ रहे नॉर्थ ईस्ट की हार्टबीट बताते हुए कहा कि यह राज्य ‘विकसित पूर्वोत्तर’ के इनोवेशन और कनेक्टिविटी हब के रूप में उभर रहा है। केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने आईआईटी गुवाहाटी में नॉर्थ-ईस्टर्न साइंस एंड टेक्नोलॉजी (नेस्ट) क्लस्टर का उद्घाटन किया। साथ ही, असम में 635 करोड़ रुपए की परिवर्तनकारी विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि पीएम मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में पूर्वोत्तर क्षेत्र लैंडलॉक्ड से लैंड-लिंक्ड और फ्यूचर-रेडी राज्य के रूप में बदल गया है। उन्होंने बताया कि 10 प्रतिशत सकल बजटीय सहायता नीति के जरिए इस क्षेत्र में 6.2 लाख करोड़ से अधिक का निवेश किया गया है, जिससे विकास, उद्यमशीलता और सशक्तिकरण को बढ़ावा मिला है।
केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने आईआईटी गुवाहाटी में 635 करोड़ के प्रोजेक्ट को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “इस महत्वपूर्ण कदम के साथ असम विकास, कनेक्टिविटी और अवसरों के साथ विकसितपूर्वोत्तर विजन को आगे बढ़ाएगा और साउथईस्ट एशिया के गेटवे के रूप में अपनी भूमिका को मजबूत करेगा।”
उन्होंने प्रोजेक्ट को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि इस परियोजना के तहत 455 करोड़ रुपए के निवेश से 65 नई सेकेंडरी स्कूल बिल्डिंग तैयार की जाएंगी। परियोजना के तहत 102.69 करोड़ रुपए की लागत से छायागांव-उकिअम सड़क को अपग्रेड किया जाएगा। सिलोनिजान-धनसिरी पार घाट पर आरसीसी ब्रिज को लेकर 20.59 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इसके अलावा, रामफलबिल (कोकराझार) में इंडस्ट्रियल एस्टेट के विकास के लिए 14.40 करोड़ रुपए और लखीबाजार (बक्सा) में इंडस्ट्रियल एस्टेट के विकास के लिए 18.40 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
वहीं, दूसरी ओर 22.98 करोड़ रुपए के निवेश से स्थापित किया गया नेस्ट क्लस्टर, नॉर्थ ईस्ट के इनोवेशन इकोसिस्टम के केंद्र के रूप में कार्य करते हुए स्थानीय ज्ञान को ग्लोबल सॉल्यूशन में बदलेगा। यह क्लस्टर ग्रासरूट्स इनोवेशन, सेमीकंडक्टर एंड एआई, बंबू-बेस्ड टेक्नोलॉजीस और बायोडिग्रेडेबल प्लास्टिक्स जैसे चार वर्टिकल्स पर केंद्रित होगा।


					
					
																		
																		
																		
																		
																		
																		
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