एक ऐतिहासिक कदम के तहत मंगलवार को फतेहाबाद जिले के बरसीन गांव में हरियाणा की पहली बालिका पंचायत का गठन किया गया। इस विशेष पंचायत में 11 से 21 वर्ष की आयु की लड़कियां शामिल हैं, जिन्होंने अपने नेता चुनने के लिए चुनाव में हिस्सा लिया।
चुनाव सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में हुए, जहां 22 वोट पाकर अस्तुति कंबोज सरपंच चुनी गईं। साक्षी और अनुशिखा 19-19 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहीं। कई पंच सदस्य जैसे मनप्रीत (वार्ड 1), जेसिका (वार्ड 4), मनीषा (वार्ड 7), प्रतिज्ञा (वार्ड 8) और सृष्टि (वार्ड 9) निर्विरोध चुने गए।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उपायुक्त मंदीप कौर ने निर्वाचित सदस्यों को प्रमाण पत्र सौंपे तथा पृथ्वी दिवस के अवसर पर पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए पौधारोपण भी किया।
उन्होंने बताया कि यह पहल एक पायलट प्रोजेक्ट है और जल्द ही जिले के हर गांव में इसी तरह की लड़कियों की पंचायतें शुरू की जाएंगी। इसका उद्देश्य “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ”, लैंगिक समानता के मूल्यों को बढ़ावा देना और युवा लड़कियों में नेतृत्व को प्रोत्साहित करना है।
हालाँकि इन लड़कियों की पंचायतों के पास आधिकारिक शक्तियाँ नहीं होंगी, लेकिन वे ग्राम सभा की बैठकों में भाग लेंगी और शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, स्वच्छता और समान अधिकार जैसे प्रमुख मुद्दों पर अपने सुझाव साझा करेंगी। सदस्यों को नेतृत्व और शासन में प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
जिला परिषद की अध्यक्ष सुमन खीचड़ ने कहा कि यह कदम लड़कियों को सशक्त बनाएगा और पंचायती राज व्यवस्था में सकारात्मक बदलाव लाएगा। उन्होंने कहा, “जब लड़कियां छोटी उम्र से ही नेतृत्व में शामिल होती हैं, तो वे आत्मविश्वास से भरी होती हैं और अपने समुदाय के लिए स्वतंत्र निर्णय लेने में सक्षम होती हैं।”
इस कार्यक्रम में कई अधिकारी, स्कूल स्टाफ और स्थानीय ग्रामीण शामिल हुए, जिन्होंने इस पहल की सराहना की और बरसीन की नई बालिका नेताओं के प्रति समर्थन जताया।