चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय (सीडीएलयू), सिरसा में 12वें त्रिवेणी युवा महोत्सव का तीसरा दिन रंगों, रचनात्मकता और ऊर्जा से भरपूर रहा, जहाँ छात्रों ने विविध सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। लोक नृत्यों, नाटकों, गीतों, वाद्य संगीत और पारंपरिक धुनों की मनमोहक प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया और परिसर में उत्सवी माहौल का संचार कर दिया।
प्रसिद्ध कवि लखमी चंद के पौत्र और लोक कलाकार विष्णु दत्त इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जबकि आकाशवाणी, हिसार के उद्घोषक आज़ाद दुहन विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम की शुरुआत विष्णु दत्त द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुई। युवा कल्याण निदेशक डॉ. मंजू नेहरा, प्रोफेसर उमेद सिंह, प्रोफेसर विष्णु भगवान, डॉ. आनंद शर्मा, प्रोफेसर हुकुमचंद और प्रोफेसर मोनिका वर्मा भी निर्णायक मंडल के साथ उपस्थित थे।
उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए, विष्णु दत्त ने कहा कि युवा ऊर्जा तभी सार्थक होती है जब वह रचनात्मकता और संस्कृति के साथ जुड़ती है। उन्होंने त्रिवेणी युवा महोत्सव को सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक बताया जो एकता, सहयोग और सांस्कृतिक गौरव को बढ़ावा देता है। अपने दादाजी की स्मृतियों को याद करते हुए, उन्होंने कहा कि लोक कला और संस्कृति समाज की आत्मा हैं और युवा पीढ़ी से इन मूल्यों को संरक्षित करने का आग्रह किया।
विशिष्ट अतिथि आज़ाद दुहन ने कहा कि महिलाओं के समग्र विकास के बिना कोई भी समाज प्रगति नहीं कर सकता। उन्होंने हर क्षेत्र में महिलाओं के बढ़ते प्रतिनिधित्व की सराहना की और इस बात पर ज़ोर दिया कि ऐसे उत्सव छात्रों में आत्मविश्वास और टीम भावना का निर्माण करते हैं। उन्होंने हास्य प्रसंगों से दर्शकों का मनोरंजन भी किया और युवाओं को अपनी ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में लगाने के लिए प्रोत्साहित किया।
सीडीएलयू के कुलपति विजय कुमार के तकनीकी सलाहकार प्रोफेसर पंकज शर्मा ने मुख्य अतिथि को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में प्रोफेसर अशोक शर्मा, प्रोफेसर रंजीत कौर, डॉ. अमित सांगवान, राजेश छिकारा, डॉ. रविंद्र आदि सहित संबद्ध महाविद्यालयों के वरिष्ठ संकाय सदस्य, डीन, निदेशक और प्राचार्य उपस्थित थे।


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