सामाजिक कल्याण और महिला सशक्तिकरण को एक साथ जोड़ते हुए हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने मंगलवार को यमुनानगर जिले की रादौर और सरस्वती नगर की अनाज मंडियों में ‘अटल किसान-मजदूर’ कैंटीन का उद्घाटन किया।
स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की महिलाओं द्वारा संचालित ये कैंटीन किसानों, मजदूरों और जरूरतमंदों को मात्र 10 रुपये प्रति प्लेट की दर से पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराएंगी। भोजन में दाल, एक सब्जी, चार चपातियां और चावल शामिल हैं, जिसका उद्देश्य मेहनतकश ग्रामीण आबादी को किफायती, स्वच्छ भोजन उपलब्ध कराना है।
इस अवसर पर बोलते हुए राणा ने कहा कि कैंटीन सिर्फ भोजन केंद्र नहीं हैं बल्कि ये “आत्मनिर्भरता, सम्मान और सशक्तिकरण के प्रतीक हैं।” उन्होंने रसोईघर का निरीक्षण किया और भोजन की शुद्धता और स्वच्छता बनाए रखने के लिए महिलाओं की सराहना की।
राणा ने कहा, “यह पहल मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के समावेशी विकास के दृष्टिकोण को दर्शाती है, जहां किसानों, मजदूरों और वंचित नागरिकों का ध्यान रखा जाता है।” उन्होंने कहा कि सरकार इस पहल को हरियाणा की सभी 240 अनाज मंडियों तक विस्तारित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
प्रतिदिन सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक खुलने वाली इन कैंटीनों में एक समय में 50 से 60 लोग भोजन कर सकते हैं। मंत्री ने स्वयं भोजन का स्वाद चखा और स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की उनके प्रयासों के लिए प्रशंसा की। उन्होंने मार्केट कमेटी के अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए कि मंडियों में सभी सुविधाएं सुचारू रूप से चलें और कृषक समुदाय के हितों की पूर्ति हो।
राणा ने इस बात पर जोर दिया कि महिलाओं द्वारा संचालित कैंटीन इस बात का प्रमाण है कि केंद्र और हरियाणा दोनों जगह भाजपा सरकारें महिलाओं की उन्नति को प्राथमिकता दे रही हैं।
उन्होंने मातृत्व सहायता योजना, शिशु सेवा योजना, विधवा एवं निराश्रित महिला पेंशन योजना, कन्यादान योजना तथा आपकी बेटी हमारी बेटी जैसी कई राज्य कल्याणकारी योजनाओं को महिला सशक्तिकरण के प्रमुख प्रेरकों के रूप में सूचीबद्ध किया।
उद्घाटन समारोह में मार्केट कमेटी के सदस्य, स्थानीय भाजपा नेता और पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित थे, सभी ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे समतामूलक विकास और जमीनी स्तर पर बदलाव की दिशा में उठाया गया कदम बताया।