भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने आज स्वर्ण मंदिर परिसर में पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल पर गोली चलाने की कोशिश की कड़ी निंदा की।
उन्होंने कहा कि यह घटना पंजाब में भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार के तहत कानून और व्यवस्था की पूरी तरह से ध्वस्त स्थिति को रेखांकित करती है।
चुघ ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे यह घटना राज्य में हिंसक तत्वों की अनियंत्रित गतिविधियों को उजागर करती है। उन्होंने सवाल किया, “अगर जेड श्रेणी की सुरक्षा वाले व्यक्ति पर हमला किया जा सकता है, तो पंजाब में आम आदमी किस सुरक्षा की उम्मीद कर सकता है?”
उन्होंने पंजाब पुलिस के कामकाज में हस्तक्षेप करने, बाधाएं उत्पन्न करने तथा ऐसा माहौल बनाने के लिए आप नेतृत्व की आलोचना की, जहां कानून प्रवर्तन अप्रभावी है।
उन्होंने सरकार पर गैंगस्टरों और कट्टरपंथी तत्वों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया, जिससे राज्य में हिंसा और अशांति फैल रही है।
उन्होंने कहा, “जेल स्टूडियो में बदल गए हैं और आम आदमी को पंजाब में अराजक तत्वों की दया पर छोड़ दिया गया है।”
चुघ ने तर्क दिया कि ऐसी घटनाओं ने भगवंत मान और आम आदमी पार्टी के नेतृत्व में जनता का विश्वास खत्म कर दिया है। चुघ ने जोर देकर कहा कि पंजाब जैसे संवेदनशील सीमावर्ती राज्य में, जहां सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए, मान ने सभी मोर्चों पर पंजाब के लोगों को निराश किया है।
गहन एवं निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए चुघ ने मांग की कि मामले को सीबीआई या एनआईए को सौंपा जाना चाहिए ताकि इसमें शामिल विघटनकारी तत्वों का पता लगाया जा सके।
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