मराठा शासक संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित फिल्म ‘छावा’ देशभर में चर्चा का विषय बनी हुई है। सोमवार को न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए शिवसेना नेता अरुण सावंत ने फिल्म की तारीफ की। उन्होंने बताया कि फिल्म में मुगल शासक औरंगजेब के बारे में जितना दिखाया गया है, वह उससे भी कई गुना ज्यादा निर्दयी था।
शिवसेना नेता अरुण सावंत ने कहा, “पूरे देश के लोग ‘छावा’ मूवी से बहुत खुश हैं। मूवी में मुगल शासक औरंगजेब को जितना निर्दयी दिखाया गया है, वह उससे कई गुना ज्यादा निर्दयी था। जिस औरंगजेब ने अपने पिता को नजरबंद किया था और अपने भाइयों को निर्दयता से कुचल दिया था। यह बताने के लिए काफी है कि औरंगजेब कितना निर्दयी था।”
अरुण सावंत ने कहा, “औरंगजेब ने जब आक्रमण किया था, तब उसने हिंदुओं के मंदिरों को तोड़ा। हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियों को उसने कुचलने का काम किया। उसने हिंदू औरतों पर कई प्रकार के अत्याचार किए।”
फिल्म पर हो रहे विवाद पर उन्होंने कहा कि ‘छावा’ में कोई भी गलत चीज नहीं बताई गई। शुरू में एक गाने को लेकर विवाद हुआ था, उसे रद्द कर दिया गया है।
बता दें कि लक्ष्मण उतेकर के निर्देशन में बनी ‘छावा’ मराठा शासक छत्रपति संभाजी महाराज और उनकी पत्नी महारानी येसूबाई पर आधारित है। छत्रपति शिवाजी के पुत्र संभाजी का किरदार विक्की कौशल ने निभाया है। वहीं, मुगल बादशाह औरंगजेब की भूमिका में अभिनेता अक्षय खन्ना हैं।
भव्य सेट, वीरता की कहानी, शानदार कलाकारों से सजी फिल्म विवादों में भी घिरी। फिल्म के उस सीन को लेकर जबरदस्त विरोध देखने को मिला था, जिसमें संभाजी महाराज के किरदार में विक्की कौशल राज्याभिषेक के बाद महारानी येसूबाई के किरदार रश्मिका मंदाना के साथ नृत्य करते नजर आए।
रश्मिका मंदाना-विक्की कौशल स्टारर ‘छावा’ 14 फरवरी को सिनेमाघरों में रिलीज हुई। रिलीज के पहले से फिल्म की पूरी टीम प्रमोशन में जुटी रही। घृष्णेश्वर मंदिर में महादेव के दर्शन से शुरुआत करने के बाद ‘छावा’ की टीम कोलकाता, पटना, संभाजीनगर और अमृतसर जैसे देश के बड़े-बड़े शहरों में गई।
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