एसडी विद्या मंदिर, हुडा ने शिक्षकों और कर्मचारियों के बीच बाल सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए पानीपत में यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में एसडीवीएम हुडा, एसडीवीएम सिटी और एमएएसडी स्कूल के शिक्षकों और सहायक कर्मचारियों ने भाग लिया।
मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता पीयूष शर्मा, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश, विशेष फास्ट ट्रैक कोर्ट (पॉक्सो), और पुनीत लिम्बा, अतिरिक्त सिविल न्यायाधीश (वरिष्ठ प्रभाग) एवं प्रधान मजिस्ट्रेट, किशोर न्याय बोर्ड थे। विद्यालय के गायन दल ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया।
दोनों वक्ताओं ने बाल सुरक्षा दिशानिर्देशों और पॉक्सो अधिनियम के प्रावधानों की जानकारी दी। उन्होंने बाल यौन शोषण और उत्पीड़न को रोकने में सतर्कता और जागरूकता के महत्व पर ज़ोर दिया।
उन्होंने बच्चों के खिलाफ किसी भी प्रकार के यौन उत्पीड़न या अपराध के लिए अधिनियम के तहत निर्धारित कठोर दंडों पर भी प्रकाश डाला। कार्यक्रम में बच्चों को उचित स्पर्श के बारे में शिक्षित करने और किसी भी दुर्व्यवहार की स्थिति में मदद लेने के तरीके पर ज़ोर दिया गया।
इस पहल का उद्देश्य शिक्षकों और कर्मचारियों को बाल यौन शोषण के मामलों को रोकने और उन पर कार्रवाई करने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल से लैस करना था। स्कूल ने छात्रों और कर्मचारियों को अपनी चिंताओं की खुलकर रिपोर्टिंग के लिए प्रोत्साहित करने हेतु POCSO अधिनियम पर एक व्यापक जागरूकता अभियान भी शुरू किया है।
कार्यक्रम का समापन स्कूल के चेयरमैन सतीश चंद्रा के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिन्होंने बाल सुरक्षा के महत्व पर ज़ोर दिया और सभी संबंधित नियमों का पालन करने के लिए स्कूल की प्रतिबद्धता दोहराई। शिक्षकों और कर्मचारियों ने कार्यक्रम को अत्यंत जानकारीपूर्ण और प्रभावशाली बताया।

