मुंबई, 19 अगस्त । अभिनेत्री आयुषी भावे, नकियाह हाजी और शांभवी सिंह ने अपने भाइयों के साथ अपने रिश्तों पर खुलकर बात की।
भाई-बहन के रिश्ते का मजबूती देने वाला त्योहार रक्षाबंधन 19 अगस्त को मनाया जाएगा।
इसके बारे में बात करते हुए सुपरनैचुरल थ्रिलर ’10:29 की आखिरी दस्तक’ में बिंदु की भूमिका निभाने वाली आयुषी ने कहा, “रक्षाबंधन मेरे लिए एक बहुत ही खास त्योहार है, खासकर इसलिए क्योंकि मेरा एक पांच साल छोटा भाई है जो मेरा सबसे पसंदीदा साथी है। हालांकि वह इस साल घर से दूर रह रहा है, और मेरे शूटिंग शेड्यूल के कारण मेरा उससे मिलना मुश्किल है, लेकिन हम तकनीक की बदौलत वीडियो कॉल पर वर्चुअली रक्षाबंधन मना सकते हैं।”
उन्होंने कहा, “यह त्योहार मेरे लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इस मौके पर मैं अपने चचेरे भाइयों से मिल पाती हूं। इस मौके पर हम एक-दूसरे को राखी बांधते समय उपहार और मिठाइयांं बांट सकते हैं। अपने चचेरे/ममेरे भाइयों में सबसे बड़ी बहन होने के नाते, मुझे उन्हें आशीर्वाद और प्यार देना अच्छा लगता है। मैं अपने छोटे भाई की यादों को संजो कर रखती हूं जो हर साल मुझे उपहार खरीदने के लिए अपनी पॉकेट मनी बचाता है, जिससे रक्षाबंधन वास्तव में एक यादगार अवसर बन जाता है।”
’10:29 की आखिरी दस्तक’ में प्रीति की भूमिका निभाने वाली शांभवी ने कहा, “रक्षाबंधन मेरे लिए बेहद ही खास है। यह भाई-बहनों के बीच गहरे बंधन का प्रतीक है। मुंबई में अपने भाई से दूर होने के कारण मैं अपने रिश्ते को और भी अधिक संजोती हूं।”
उन्होंने कहा, ” मेरे लिए पिछला साल बेहद ही खास था, क्योंकि मेरे व्यस्त कार्यक्रम के बावजूद मेरे भाई और चचेरे भाई दोनों ही मेरे पास आए थे, और इस साल मैं उत्साहित हूं कि मेरा भाई पटना से यहांं आया है। मैं अपने चचेरे/ममेरे भाइयों को भी राखी भेजूंगी ताकि हम वर्चुअली ही रक्षाबंधन मना सकें। बचपन की खुशियों से लेकर अब तक रक्षाबंधन का सार एक जैसा ही है, और मुझे परिवार की हंसी, पल और मेरी मां के स्वादिष्ट भोजन की याद आती है।”
शांभवी ने कहा, ” शो ’10:29 की आखिरी दस्तक’ में मेरे अनुभव को मेरे ऑन-स्क्रीन भाई नितिन सपरा ने और बेहतर बनाया है। उनके समर्थन और देखभाल ने हमारे ऑन-स्क्रीन भाई-बहन के रिश्ते को असली भाई-बहन के रिश्ते जैसा बना दिया है।”
वहीं ‘शैतानी रस्में’ में निक्की की भूमिका निभाने वाली नकियाह ने कहा, ”रक्षाबंधन मेरे दिल में एक खास जगह रखता है। मेरे सगे भाई अली और मेरे मुंहबोले भाई वीर और कुश हमेशा इस दिन को और भी खास बना देते हैं। इसकी शुरुआत पूजा और राखी बांधकर होती है और फिर वे मुझे वो सब देते हैं जो मैं चाहती हूं।”
उन्होंंने आगे कहा, ”मैं तीनों की लाडली हूं। वे मेरा बहुत ध्यान रखते हैं, और हमेशा मेरे लिए मौजूद रहते हैं, चाहे मुझे लेने जाना हो या घर छोड़ना हो। मैं भी उनका उतना ही ध्यान रखती हूंं। सबसे फनी गिफ्ट की बात करूं तो इनमें से एक ने मुझे राखी पर 5000 रुपए के चिल्लर दिए थे, इसमें 10 रुपए के नोट और सिक्के मौजूद थे।’
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