N1Live National आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना : गरीबों के लिए वरदान, चमोली के लोगों को मिल रहा बड़ा लाभ
National

आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना : गरीबों के लिए वरदान, चमोली के लोगों को मिल रहा बड़ा लाभ

Ayushman Bharat Pradhan Mantri Jan Arogya Yojana: A boon for the poor, the people of Chamoli are getting huge benefits

भारत सरकार की आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना देश की महत्वाकांक्षी और जनहितकारी योजनाओं में से एक है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य गरीब और जरूरतमंद परिवारों को मुफ्त स्वास्थ्य बीमा की सुविधा देना है ताकि इलाज के अभाव में किसी की जान नहीं जाए।

केंद्र की मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना के तहत हर पात्र परिवार को हर साल पांच लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज उपलब्ध कराया जाता है।

इस योजना में अब बुजुर्गों को भी शामिल किया गया है, जिससे समाज के सबसे कमजोर वर्ग तक स्वास्थ्य सुरक्षा पहुंच सके। देशभर में लाखों लोग पहले ही इसका लाभ उठा चुके हैं। खास बात यह है कि गरीब परिवारों को किसी भी तरह का प्रीमियम नहीं देना पड़ता और वे देशभर के सूचीबद्ध सरकारी या निजी अस्पतालों में निःशुल्क इलाज करा सकते हैं।

अगर बात करें उत्तराखंड की, तो यहां के सीमांत जिले चमोली में इस योजना ने सैकड़ों परिवारों की जिंदगी बदल दी है। चमोली जिले में करीब 72 प्रतिशत आबादी इस योजना से जुड़ चुकी है।

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अब तक जिले में 2 लाख 29 हजार 384 लोग इस योजना के तहत पंजीकृत हैं, जिनमें से 51 हजार से अधिक लाभार्थी विभिन्न अस्पतालों में मुफ्त इलाज का लाभ उठा चुके हैं।

गोपेश्वर स्थित चमोली जिला अस्पताल में भर्ती एक मरीज के परिजन बताते हैं कि उनकी मां का इलाज आयुष्मान कार्ड के माध्यम से निःशुल्क हुआ। उन्होंने बताया कि अगर यह योजना न होती तो इलाज का खर्च उठाना उनके लिए मुश्किल होता। आयुष्मान कार्ड की वजह से उनका आर्थिक बोझ कम हुआ और उनकी मां को बेहतर इलाज मिला।

उन्होंने केंद्र सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह योजना गरीब परिवारों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।

दरअसल, पहाड़ी इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाएं सीमित हैं और निजी इलाज का खर्च उठाना आम लोगों के लिए आसान नहीं होता। ऐसे में आयुष्मान भारत योजना ने गरीबों के लिए नई उम्मीद जगाई है। अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोग बिना चिंता के अस्पताल जा सकते हैं क्योंकि इलाज का खर्च सरकार उठा रही है।

Exit mobile version