मुंबई, 13 अक्टूबर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता बाबा सिद्दीकी के पार्थिव शरीर को रविवार को राजकीय सम्मान के साथ सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
बाबा सिद्दीकी के पार्थिव शरीर को उनके बांद्रा स्थित आवास से कब्रिस्तान ले जाया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में उनके समर्थकों की भीड़ मौजूद रही। कब्रिस्तान में मुस्लिम रिवाजों के अनुसार, पहले जनाजे की नमाज पढ़ी गई और उसके बाद पार्थिव शरीर को सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
बाबा सिद्दीकी के जनाजे के समय सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। मुंबई लाइन में बड़ा कब्रिस्तान में इनको दफनाया गया है। इसके पहले उनको राजकीय सम्मान दिया गया। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कब्रिस्तान में सिर्फ परिवार के लोगों को ही जाने की इजाजत थी। पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम थे।
दरअसल, शनिवार रात एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी घात लगाकर हमला किया गया था। उन्हें तीन गोली लगी थी। उन्हें मुंबई के लीलावती अस्पताल ले जाया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका। डॉक्टरों के मुताबिक, उनके पेट और छाती पर गोली लगी थी।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों के नाम शिवा, धर्मराज और गुरनैल हैं। शिवा और धर्मराज उत्तर प्रदेश के बहराइच के रहने वाले हैं। इन दोनों का कोई पिछला आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है, जबकि गुरनैल हरियाणा का रहने वाला है। धर्मराज और गुरनैल को गिरफ्तार कर लिया गया है। शिवा फरार है। बताया जा रहा है कि उसे इस हत्या की सुपारी दी गई थी।
आरोपियों के पास से 28 जिंदा कारतूस भी बरामद किए गए हैं। आरोपियों ने पुणे में रहकर रेकी की थी। इसके बाद फायरिंग की पूरी पटकथा तैयार की गई। पुलिस आरोपियों से यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि दोनों को हथियार कहां से मिले?
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