‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की टिप्पणी पर भाजपा नेताओं ने सख्त एतराज जताया है। झारखंड के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों बाबूलाल मरांडी और रघुवर दास ने राहुल गांधी के बयान को शर्मनाक बताया है।
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि राहुल गांधी राष्ट्र विरोधी शक्तियों के हाथों खेल रहे हैं। उन्हें अपने पद और दायित्व की मर्यादा मालूम नहीं है। पद पाना और उसके अनुरूप आचरण करना दोनों में बड़ा अंतर है। उनके व्यवहार और बयानों से बार-बार ऐसा लगता है कि वे इसके काबिल नहीं हैं। झारखंड विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मरांडी ने सोशल मीडिया पर लिखा, “राहुल गांधी पहले भी कई बार अपने अल्प ज्ञान और छोटी सूझबूझ का परिचय दिया है। ये राहुल गांधी जी ही हैं, जिन्होंने अपने पार्टी के नेता और तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कैबिनेट में लिए फैसले को चौराहे पर फाड़ दिया था।”
मरांडी ने आगे लिखा, “विदेशी धरती पर भारत की आलोचना करना, चीन के पक्ष में खड़े रहना, ऑपरेशन और सर्जिकल स्ट्राइक का सेना से प्रमाण और सबूत मांगना इनके अल्पज्ञान और देश की सेना, संविधान और राष्ट्र के प्रति नफरत को बताता है। राहुल गांधी रोज अपने बयानों से देश की 140 करोड़ जनता को अपमानित करते हैं।”
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा, “राहुल गांधी का बयान न केवल शर्मनाक है, बल्कि यह सेना के मनोबल को ठेस पहुंचाने वाला है। यह कांग्रेस के मानसिक दिवालियापन और उसकी देशविरोधी सोच को उजागर करता है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमारी सेना ने अपने अदम्य साहस और पराक्रम के बल पर पाकिस्तानी सेना और आतंकवादियों को भारी नुकसान पहुंचाया है।”
दास ने कहा कि राहुल गांधी को न तो राष्ट्रीय सुरक्षा की समझ है और न ही वे राजनीति के स्तर को समझते हैं। उनकी राजनीति आज केवल ट्विटर पर ट्रेंड करवाने तक सीमित रह गई है, वे सेना पर सवाल खड़े कर अपने राजनीतिक हित साधने में लगे हुए हैं। कांग्रेस को अब यह समझ लेना चाहिए कि देश अब 1962 वाला भारत नहीं है। पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत न केवल अपनी सीमाओं की रक्षा कर रहा है, बल्कि विश्व मंच पर अपने हितों की रक्षा करना भी जानता है। रघुवर दास ने सवाल उठाया कि राहुल गांधी बताएं कि वे पाकिस्तान और चीन के साथ खड़े हैं या भारत के साथ?
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