अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी 5,895 मीटर (19,340 फीट) माउंट किलिमंजारो पर विजय प्राप्त कर गढ़शंकर लौटीं प्रियंका दास का यहां भव्य स्वागत किया गया।
गढ़शंकर के गांव मोरांवाली की रहने वाली और पश्चिम बंगाल से आए प्रवासी मजदूर की बेटी प्रियंका ने पर्वतारोहण में पंजाब का नाम रोशन किया है। यहां पहुंचने पर उसका भव्य स्वागत किया गया।
शहीद-ए-आजम भगत सिंह फुटबॉल क्लब, गढ़शंकर और पूर्व सैनिक कल्याण ट्रस्ट के सहयोग से वह विश्व की दूसरी सबसे ऊंची चोटी तथा अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो पर पर्वतीय ट्रैकिंग अभियान में भाग लेने के लिए अफ्रीका गई थीं।
प्रियंका दास ने अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी पर तिरंगा फहराकर विश्व में चौथा स्थान हासिल किया है। प्रियंका के सोमवार को गढ़शंकर पहुंचने पर शहीद-ए-आजम एस. भगत सिंह फुटबॉल क्लब के अध्यक्ष जसवीर सिंह रॉय ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया और उन्हें सम्मानित किया।
पूर्व विधायक ठेकेदार सुरेन्द्र सिंह भुल्लेवाल राठां ने कहा कि प्रियंका ने गढ़शंकर ही नहीं बल्कि पंजाब और देश का नाम भी रोशन किया है। उन्होंने कहा कि सरकार को खेलों में आगे बढ़ रही लड़कियों को आर्थिक सहायता देनी चाहिए। एडवोकेट जसबीर सिंह राय और सूबेदार केवल सिंह भज्जल ने प्रियंका दास को उनकी उपलब्धि के लिए बधाई दी और कहा कि भविष्य में भी उनकी हर संभव मदद की जाएगी।
प्रियंका दास ने बताया कि क्लब के सदस्यों और भूतपूर्व सैनिक समाज कल्याण ट्रस्ट के अथक प्रयासों से उन्हें निशुल्क प्रशिक्षण से बहुत लाभ मिला है। उन्होंने बताया कि एनसीसी में शामिल होने के बाद उन्होंने उत्तराखंड में पर्वतारोहण का एडवांस कोर्स किया। अब उन्होंने माउंट किलिमंजारो की ट्रैकिंग में चौथा स्थान प्राप्त किया है, जिसका श्रेय संस्था को जाता है।
पूर्व विधायक सुरिंदर सिंह भुल्लेवाल राठां, हरजीत सिंह भटपुर, कुलविंदर बिट्टू, कैप्टन अमरजीत सिंह, फौजी बख्शीश सिंह, सतनाम सिंह पारोवाल, लखविंदर पारोवाल और अन्य ने प्रियंका दास को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
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