हरियाणा भाजपा अध्यक्ष मोहन लाल बडोली और गायक रॉकी मित्तल पर सामूहिक बलात्कार का आरोप लगाने वाली महिला और उसके खिलाफ जबरन वसूली के आरोपों के बीच कानूनी टकराव ने नया मोड़ ले लिया है। महिला जहां सोलन कोर्ट में अपने सामूहिक बलात्कार के मामले को बंद करने को चुनौती देने की तैयारी कर रही है, वहीं पंचकूला पुलिस ने उसे 4 अप्रैल को मित्तल द्वारा दर्ज जबरन वसूली के मामले में पूछताछ के लिए बुलाया है।
साज़िश का गहरा जाना मित्तल के जबरन वसूली मामले में महिला समेत छह आरोपी तीन गिरफ्तार (अमित बिंदल, महक, मीरू), बाद में जमानत पर रिहा महिला को सशर्त अग्रिम जमानत मिल गई, लेकिन कथित तौर पर उसने महत्वपूर्ण साक्ष्य छुपाए पुलिस ने कथित जबरन वसूली के लिए इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन की तलाश शुरू कर दी है उत्तर प्रदेश के राहुल के नाम पर पंजीकृत सिम कार्ड अब जांच के दायरे में
रविवार को विवाद ने एक नाटकीय मोड़ ले लिया जब सेक्टर 5 के होटल में महिला की प्रेस कॉन्फ्रेंस को हरियाणा पुलिस ने जबरन वसूली के मामले में पेश होने के लिए नोटिस देकर बाधित कर दिया। उसके वकील एएस गुजराल ने पुष्टि की कि वे समन का पालन करेंगे और साथ ही हिमाचल प्रदेश पुलिस द्वारा 12 मार्च को सामूहिक बलात्कार के मामले को बंद करने के खिलाफ सोलन कोर्ट में एक पुनरीक्षण याचिका दायर करेंगे।
गुजराल ने कहा, “हमने शुरू से ही जांचकर्ताओं के साथ सहयोग किया है, जिससे हमें 12 मार्च को अग्रिम जमानत हासिल करने में मदद मिली। अब जबकि नया नोटिस जारी किया गया है, हम 4 अप्रैल को पंचकूला पुलिस के समक्ष पेश होंगे।”
मामला जुलाई 2023 का है जब महिला ने आरोप लगाया था कि उसे और उसकी सहेली को कसौली के एक होटल में नशीला पदार्थ खिलाकर बडोली और मित्तल ने सामूहिक बलात्कार किया था। करीब एक साल बाद 13 दिसंबर, 2024 को धारा 376डी (सामूहिक बलात्कार) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई। हालांकि, मित्तल ने 6 फरवरी, 2025 को जबरन वसूली की शिकायत दर्ज कराई, जिसमें महिला पर 50 लाख रुपये के हनी-ट्रैप की योजना बनाने का आरोप लगाया गया।
रविवार को पुलिस ने महिला का पीछा किया, क्योंकि होटल के कर्मचारियों ने अनधिकृत सभा का हवाला देते हुए उसकी प्रेस वार्ता रोक दी थी। अफरा-तफरी के माहौल में आखिरकार उसे नोटिस थमा दिया गया।
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