बैजनाथ के उपमंडल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) संकल्प गौतम की अध्यक्षता में ब्लॉक स्तरीय निगरानी एवं समीक्षा समिति, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ टास्क फोर्स, पोषण अभियान समन्वय और मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना की त्रैमासिक बैठक आयोजित की गई। यह बैठक बाल विकास परियोजना विभाग द्वारा आयोजित की गई थी।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत बालिकाओं का समय पर पंजीकरण सुनिश्चित करने, क्षेत्र में लिंग अनुपात में सुधार करने, लिंग आधारित भेदभाव को समाप्त करने, लड़कियों के पोषण स्तर को बढ़ाने, उनकी निरंतर और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने, बाल विवाह मुक्त भारत की दिशा में ठोस कदम उठाने और लड़कियों की सुरक्षा और संरक्षण से संबंधित विभिन्न कानूनों के प्रभावी कार्यान्वयन पर विस्तृत चर्चा हुई।
अधिकारियों ने बताया कि बैजनाथ उपमंडल में 278 आंगनवाड़ी केंद्र कार्यरत हैं, जिनके माध्यम से मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, पोषण और प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल से संबंधित नियमित सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। उपस्थित लोगों को राज्य सरकार की ‘बेटी है अनमोल योजना’ के बारे में भी जानकारी दी गई। इस योजना के तहत, पात्र परिवारों को बालिकाओं की शिक्षा में सहायता प्रदान की जा रही है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें और समाज में समान अवसर प्राप्त कर सकें।
मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना पर भी विस्तृत विचार-विमर्श किया गया। इस योजना के तहत उपमंडल के 61 बच्चों को जेब खर्च के रूप में प्रति माह 4,000 रुपये दिए जा रहे हैं, जबकि एकल महिला योजना के तहत 99 महिलाओं को लाभ पहुंचाने की प्रक्रिया वर्तमान में जारी है। इस योजना का उद्देश्य अनाथ और बेसहारा बच्चों के साथ-साथ एकल महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें।
एसडीएम ने बाल विकास परियोजना विभाग के प्रयासों की सराहना की और सभी अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी किए। उन्होंने जमीनी स्तर पर राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए अंतर-विभागीय समन्वय की आवश्यकता पर जोर दिया ताकि लाभ वास्तविक लाभार्थियों तक पहुंच सके।
उन्होंने संबंधित विभागों को आपसी समन्वय मजबूत करने और विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जनता को शिक्षित करने के लिए नियमित जागरूकता शिविर आयोजित करने का भी निर्देश दिया। बैठक की कार्यवाही का संचालन बाल विकास परियोजना अधिकारी रणजीत सिंह ने किया।
इस अवसर पर उपस्थित लोगों में तहसील कल्याण अधिकारी आलोक ठाकुर, ब्लॉक स्वास्थ्य पर्यवेक्षक रवि स्याल, ब्लॉक प्राथमिक शिक्षा अधीक्षक विनय मेहता, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निरीक्षक बलदेव बलौरिया, कृषि विकास अधिकारी डॉ. सुनंदा शर्मा, कनिष्ठ सहायक गोपाल अवरोल, साथ ही बाल विकास परियोजना विभाग के पर्यवेक्षक और अन्य कर्मचारी शामिल थे।

