February 28, 2025
Entertainment

पंकज उधास की पहली पुण्यतिथि पर रिलीज हुआ “बैठी हो क्यों गुमसुम”, बेटियों ने किया याद

“Baithi Ho Kyon Gumsum” released on the first death anniversary of Pankaj Udhas, daughters remembered him

दिग्गज गायक पंकज उधास की पहली पुण्यतिथि पर उनका आखिरी गीत “बैठी हो क्यों गुमसुम” रिलीज किया गया। यह गजल उस्ताद को एक सच्ची श्रद्धांजलि है, जो उन्हें प्रशंसकों और श्रोताओं के बीच जिंदा रखती है। भूषण कुमार के नेतृत्व वाली टी-सीरीज ने हंगामा डिजिटल मीडिया एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक और एमडी नीरज रॉय के साथ मिलकर गजल उस्ताद पंकज उधास को उनकी पहली पुण्यतिथि पर सम्मानित किया।

पंकज उधास की बेटियों ने ट्रैक के बारे में कहा, “लीजेंड कभी भुलाए नहीं जाते और न ही उनका संगीत। हमारे पिता की आवाज में हमेशा दिलों को छूने की शक्ति रही है और ‘बैठी हो क्यों गुमसुम’ के साथ यह एक बार फिर ऐसा साबित हुआ है। यह सिर्फ एक और रिलीज नहीं है, बल्कि यह उनके खजाने से पहला अनरिलीज्ड गीत है, जिसे लेकर हम बेहद भावुक थे। उनकी पहली पुण्यतिथि पर इसे रिलीज करना इस पल को और भी विशेष बनाता है।”

उन्होंने कहा, “गुलशन जी और टी-सीरीज के साथ उनका रिश्ता संगीत से कहीं बढ़कर था। यह विश्वास, सम्मान और सुर की नींव पर बना संबंध था। आज पद्म भूषण पंकज उधास की विरासत का सपना टी-सीरीज और हंगामा डिजिटल के नीरज रॉय साथ मिलकर पूरा कर रहे हैं।”

नायाब और रेवा ने आगे कहा, “उनकी बेटियों के रूप में हम इस विरासत को बहुत गर्व के साथ आगे बढ़ा रहे हैं। अपने पिता और गुलशन जी द्वारा शुरू की गई प्रतिष्ठित संगीत यात्रा का हम सम्मान करते हैं। भूषण कुमार के विजन के साथ हमने इस बहुमूल्य साझेदारी को वैश्विक स्तर पर पहुंचाया है। भले ही हमारे पिता यहां नहीं हैं, लेकिन उनकी आवाज, आत्मा और कालातीत संगीत यहां मौजूद है। समय के साथ वो और निखर रहा है और आने वाली पीढ़ियों की आत्माओं को गहराई तक छू रहा है।”

बता दें कि इस गीत के बोल खुद पंकज उधास ने लिखे हैं। इसमें युवा गायिका प्रतिभा सिंह बघेल की भी आवाज है। संगीत वीडियो का निर्देशन आरिफ खान ने किया है।

पंकज उधास का 26 फरवरी, 2024 को 72 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। लंबी बीमारी के बाद मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली थी।

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