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“बाजवा ने पंजाब की सुरक्षा की बजाय प्रचार को चुना”: आप ने ‘गैरजिम्मेदाराना’ ग्रेनेड दावे के लिए विपक्ष के नेता की आलोचना की

चंडीगढ़, 13 अप्रैल, 2025: आम आदमी पार्टी (आप) ने पंजाब में 50 ग्रेनेड की कथित तस्करी के संबंध में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा के बयान की तीखी आलोचना की है, जिसे उसने “गैर-जिम्मेदाराना और भय फैलाने वाला” बयान करार दिया है।

वरिष्ठ आप नेता दीपक बाली ने बाजवा पर राष्ट्रीय सुरक्षा की अपेक्षा मीडिया का ध्यान आकर्षित करने को प्राथमिकता देने का आरोप लगाया तथा चेतावनी दी कि इस तरह की टिप्पणियों से राज्य में जनता का विश्वास और स्थिरता खतरे में पड़ सकती है।

बाली ने कहा, ‘‘अगर बाजवा को वास्तव में पंजाब की चिंता होती तो वह मीडिया के माध्यम से दहशत फैलाने की बजाय तुरंत पुलिस या मुख्यमंत्री को सूचित करते।’’ उन्होंने इसे प्रोटोकॉल और सार्वजनिक सुरक्षा के प्रति लापरवाही बताया।

बाली ने बाजवा की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनकी टिप्पणी लोक कल्याण से अधिक राजनीतिक नाटक थी।

उन्होंने कहा, “मीडिया का ध्यान आकर्षित करने के लालच में, प्रताप बाजवा ने पंजाब की सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है। एक सच्चा नेता कभी भी ऐसी संवेदनशील जानकारी को इतनी लापरवाही से नहीं संभालेगा।”

बाजवा के इस दावे का उल्लेख करते हुए कि 18 ग्रेनेडों का पहले ही उपयोग किया जा चुका है और 32 बचे हैं, बाली ने कहा कि बिना किसी साक्ष्य या अधिकारियों को सूचित किए इतना सटीक आंकड़ा गंभीर चिंता पैदा करता है।

उन्होंने कहा, ‘‘बाजवा का ‘अनुभव’ पंजाब के प्रति उनकी चिंता से कहीं अधिक इस बारे में बताता है कि सीमा पार से ऐसी आपूर्तियां कैसे होती हैं।’’ आप नेता ने पंजाब पुलिस और राज्य सरकार पर भरोसा जताते हुए कहा कि वे कानून-व्यवस्था को संभालने में पूरी तरह सक्षम हैं।

उन्होंने बाजवा की टिप्पणियों की आलोचना करते हुए कहा कि इससे जनता का मनोबल गिरता है। बाली ने कहा, “ये निराधार बयान हमारी संस्थाओं में भरोसा खत्म करते हैं और नागरिकों में अनावश्यक भय पैदा करते हैं।”

बाली ने बाजवा की विश्वसनीयता को चुनौती देते हुए पूछा कि कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ कोई कार्रवाई योग्य जानकारी या स्रोत क्यों नहीं साझा किया गया।

उन्होंने कहा, “अगर उनके पास वाकई ठोस जानकारी है, तो उन्होंने इसे अधिकारियों के साथ क्यों नहीं साझा किया? सहयोग करने से इनकार करना केवल ईमानदारी की कमी और सुर्खियों की भूख को दर्शाता है।”

कांग्रेस पार्टी के अतीत की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए बाली ने कहा कि बाजवा का दृष्टिकोण संवेदनशील मामलों को गलत तरीके से संभालने की प्रवृत्ति को जारी रखता है।

उन्होंने कहा, “यह विडंबना है कि पंजाब में अशांति के लिए जिम्मेदार पार्टी का एक नेता अब सुरक्षा मुद्दों पर राजनीति कर रहा है।”

बाली ने बाजवा से जिम्मेदारी से काम करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “पंजाब की शांति कोई राजनीतिक हथियार नहीं है। अब समय आ गया है कि बाजवा राजनीति में प्रासंगिक बने रहने के लिए डर का इस्तेमाल करना बंद करें।”

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