अमृतसर, 14 दिसम्बर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने आज यहां संत समाज और कारसेवा संप्रदाय के प्रमुखों के साथ एक विशेष बैठक की। एसजीपीसी ने सजा पूरी होने के बावजूद जेलों में बंद बंदी सिंहों की रिहाई की मांग को लेकर 20 दिसंबर को गुरुद्वारा श्री रकाबगंज साहिब से राष्ट्रपति भवन तक पंथिक मार्च की योजना बनाई है।
इस अवसर पर उपस्थित धार्मिक हस्तियों ने जहां पंथिक प्रदर्शन में समर्थन और भागीदारी का आश्वासन दिया, वहीं उन्होंने स्वेच्छा से ‘लंगर’ सेवा प्रदान करने की भी पेशकश की।
धामी ने कहा कि संयुक्त दिल्ली प्रदर्शन के संबंध में सभी पंथिक दलों और संप्रदायों से संपर्क किया जा रहा है और इन प्रयासों को सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। “हम पार्टी प्रतिनिधियों से या तो शारीरिक बैठकों के माध्यम से या टेलीफोन पर भी संपर्क कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि प्रदर्शन के दौरान एसजीपीसी द्वारा हस्ताक्षर अभियान के दौरान भरे गए 26 लाख प्रोफार्मा भी राष्ट्रपति भवन ले जाये जायेंगे. उन्होंने सभी समर्थकों को धन्यवाद दिया और अधिक से अधिक संगठनों और लोगों से प्रदर्शन में भाग लेने की अपील की.
उपस्थित लोगों में एसजीपीसी के महासचिव राजिंदर सिंह मेहता, सदस्य मंजीत सिंह भूराकोहना, राम सिंह और सचिव दर्शन सिंह बराड़ शामिल थे। प्रताप सिंह, सुखदेव सिंह, प्रमुख वक्ता बाबा साहेब सिंह दमदमी टकसाल, कारसेवा के गणमान्य व्यक्तियों में सुखविंदर सिंह भूरीवाले, भिंडा सिंह, टेक सिंह धन्नोला, नर सिंह साध, सुबेग सिंह गोइंदवाल साहिब, जसबीर सिंह कारसेवा, तरनतारन, अमरीक सिंह पटियाला, सतनाम सिंह शामिल हैं। किला आनंदगढ़ साहिब, हरजीत सिंह फगवाड़ेवाले, अजायब सिंह मक्खनविंडी, निर्मल सिंह माऊ साहिब, जग्गा सिंह सेवकपुरी, परगट सिंह सरहाली साहिब, सतनाम सिंह गुरु का बाग और कारसेवा संप्रदाय के अन्य प्रतिनिधि।