ढाका, बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग ने अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार पर जमकर निशाना साधा है। पार्टी ने हाल ही में 80 वकीलों को जमानत देने से इनकार कर जेल भेजने के अदालत के फैसले की कड़ी आलोचना की है।
आवामी लीग ने कहा कि ये वकील हमेशा पीड़ित और शोषित लोगों की आवाज बने रहे हैं और उन्होंने अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ी है। सरकार उन्हें इसलिए निशाना बना रही है, क्योंकि वे अंतरिम सरकार की धोखाधड़ी और सत्ता के अवैध कब्जे को उजागर कर सकते थे।
पार्टी ने आरोप लगाया कि यूनुस सरकार ने न्यायपालिका में भी दखल देना शुरू कर दिया है। अपने पसंदीदा लोगों को जज बनाकर, हाईकोर्ट के न्यायाधीशों को जबरदस्ती हटाकर, अदालतों का दुरुपयोग किया जा रहा है।
बयान में कहा गया, “इन वकीलों ने हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद निचली अदालत में आत्मसमर्पण किया, लेकिन फिर भी उन्हें जेल भेज दिया गया। यह न केवल उनके साथ अन्याय है, बल्कि न्याय व्यवस्था का भी मज़ाक है।”
अवामी लीग ने आगे कहा कि यूनुस सरकार ने न सिर्फ उनके पार्टी नेताओं को, बल्कि खिलाड़ियों, कलाकारों, बुद्धिजीवियों और सांस्कृतिक कार्यकर्ताओं को भी झूठे और मनगढ़ंत मुकदमों में फंसाया है।
पार्टी ने यह भी आरोप लगाया कि जमानत मिलने के बाद भी लोगों को दूसरी फर्जी मामलों में फिर से गिरफ्तार किया जा रहा है, जिससे पूरा देश एक तरह से ‘जेलखाना’ बन गया है।
अवामी लीग ने मांग की है कि सभी राजनीतिक कैदियों को बिना शर्त रिहा किया जाए और सभी झूठे केस वापस लिए जाएं। पार्टी ने दोहराया कि वह देश में लोकतंत्र और लोगों के अधिकारों के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेगी।
बता दें कि बांग्लादेश में हाल ही में सरकार के खिलाफ जमकर विरोध-प्रदर्शन हुए हैं और यूनुस सरकार पर कई आरोप लगे हैं।
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