मुंबई की सहार पुलिस ने छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर बुधवार को एक बांग्लादेशी महिला को कथित तौर पर घुसपैठ करने और जाली दस्तावेजों के जरिए भारतीय पासपोर्ट हासिल करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
मुंबई पुलिस अधिकारी के मुताबिक बांग्लादेशी महिला की पहचान मरिया खातुन मोहम्मद मंसूर अली के रूप में हुई है।
इमिग्रेशन अधिकारी समीर पठान की ओर से दर्ज की गई शिकायत के आधार पर पुलिस ने उस पर अवैध रूप से भारतीय पासपोर्ट हासिल करने के लिए जाली दस्तावेज जमा करने और विदेश यात्रा करने के लिए उसका इस्तेमाल करने के आरोप में मामला दर्ज किया है। मामला दर्ज होने के तुरंत बाद उसे गिरफ्तार किया गया। महिला 33 साल से मुंबई में रह रही थी।
पुलिस के मुताबिक, महिला ने गरीबी और भुखमरी के कारण बांग्लादेश से भागकर भारत में प्रवेश किया और मुंबई में रहने लगी। बाद में उसने एक भारतीय नागरिक से शादी कर ली और उसकी पहचान का इस्तेमाल करके भारतीय पासपोर्ट हासिल कर लिया, जिसका इस्तेमाल उसने छह साल तक कुवैत में काम करने और कई देशों की यात्रा करने के लिए किया।
एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन अधिकारी समीर गैबू पठान, यात्रियों के दस्तावेजों की जांच कर रहे थे। मरिया खातुन सुबह करीब 2:30 बजे कुवैत से मुंबई पहुंची। उसके दस्तावेजों में अनियमितताओं के संदेह में इमिग्रेशन अधिकारियों ने उसे पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान उसने बांग्लादेशी नागरिक होने की बात स्वीकार की और बताया कि वह 15 साल की उम्र में अत्यधिक गरीबी से बचने के लिए भारत आई थी।
1992 में भारत आने के बाद उसने भारतीय नागरिक अरविंद कुमार हीरालाल से शादी की। उसकी पहचान का इस्तेमाल करते हुए उसने कथित तौर पर भारतीय नागरिकता का दावा करने के लिए दस्तावेज बनाए। इन दस्तावेजों के आधार पर उसने 2016 में मुंबई पासपोर्ट ऑफिस से पासपोर्ट प्राप्त किया। उसने तब से दो बार पासपोर्ट का नवीनीकरण कराया था। 2019 में वह रोजगार के लिए कुवैत गई और पिछले छह वर्षों से वहां काम कर रही थी।
पूछताछ के दौरान उसने बताया कि उसी पासपोर्ट का इस्तेमाल कर कई देशों की यात्रा भी की। मरिया खातुन 25 मई, 2025 को कुवैत से भारत लौटी, जांच के बाद उसे आगे की कार्रवाई के लिए मुंबई के सहार पुलिस को सौंप दिया गया।