गुरुग्राम, 24 मई गुरुग्राम साइबर पुलिस ने दो साइबर जालसाजों को गिरफ्तार किया है, जिसमें आईडीएफसी बैंक का एक कर्मचारी भी शामिल है, जो साइबर जालसाजों को बैंक ग्राहकों के अकाउंट नंबर मुहैया कराता था। पुलिस के मुताबिक, इसी साल 16 फरवरी को एक व्यक्ति ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि फर्जी वेबसाइट के जरिए शेयर बाजार में निवेश कर बेहतर रिटर्न के नाम पर करीब 1.55 करोड़ रुपये की ठगी की गई है। इस शिकायत पर साइबर क्राइम ईस्ट थाने में मामला दर्ज किया गया था।
मामले की जांच करते हुए इंस्पेक्टर सवित कुमार के नेतृत्व में साइबर पुलिस की एक टीम ने बुधवार को आईडीएफसी बैंक के एक कर्मचारी और उसके साथी को गिरफ्तार किया। दोनों आरोपियों की पहचान सतीश और प्रीतम के रूप में हुई है, जिन्हें राजस्थान के झुंझुनू से गिरफ्तार किया गया।
धोखाधड़ी के शिकार बैंक ग्राहक आरोपी ने धोखाधड़ी से बैंक खाता खुलवाकर साइबर ठगों को उपलब्ध करा दिया था। बैंक खाता उपलब्ध कराने के लिए वह 50 हजार रुपए लेता था। – प्रियांशु दीवान, एसीपी साइबर
पुलिस पूछताछ में मुख्य आरोपी सतीश ने बताया कि वह झुंझुनू स्थित आईडीएफसी बैंक शाखा में काम करता है। आरोपी ने फर्जी बैंक खाता खोलकर साइबर ठगों को उपलब्ध करा दिया था।
एसीपी साइबर प्रियांशु दीवान ने बताया, “गिरफ्तार बैंक कर्मचारी सतीश ने धोखाधड़ी से बैंक खाता खुलवाकर उसे साइबर ठगों को उपलब्ध करा दिया था। आरोपी सतीश बैंक खाता उपलब्ध कराने के लिए 50 हजार रुपये लेता था।” उन्होंने बताया, “प्रीतम साइबर ठगों को बैंक खाता उपलब्ध कराने के लिए बिचौलिए का काम करता था। इस मामले में अब तक 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। हम आरोपियों से पूछताछ कर रहे हैं।”