रामपुर की ग्राम पंचायत भड़ावली के निवासी अपने पशुओं पर भालू के हमले के डर में जी रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में पंचायत ने भालू के हमलों में लगभग 25-30 गायों को खो दिया है। पंचायत के निवासी संजय कैथ ने बताया, “भालू ने आज सुबह दो गायों को मार डाला।” उन्होंने कहा, “पिछले दो वर्षों में पशुधन पर 25-30 भालू हमले हो चुके हैं। गायें ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। जिन लोगों ने अपनी गायें खोई हैं, उन्हें भारी आर्थिक नुकसान हुआ है।”
पंचायत के उप-प्रधान बुद्धि सिंह ने बताया कि भालू के हमलों ने पंचायत में सभी को चिंतित कर दिया है। उन्होंने कहा, “भालू छत के रास्ते गौशाला में घुस आता है। वह किसी तरह अंदर घुस जाता है, मवेशियों पर हमला करता है और उसी रास्ते से निकल जाता है।”
रामपुर के डीएफओ गुरहर्ष सिंह ने बताया कि गौशालाएँ जंगल के पास हैं और इलाके में भालुओं की आवाजाही रहती है। डीएफओ ने कहा, “भालू की पहचान के लिए विभाग इलाके में कैमरा ट्रैप लगाएगा। अगर कोई भालू कई हमलों में शामिल पाया जाता है, तो उसे दूसरी जगह स्थानांतरित करने का प्रावधान है।”
इसके अलावा, उन्होंने बताया कि जब भी ऐसी घटनाएँ होती हैं, विभाग किसानों को मुआवज़ा देने की प्रक्रिया में तेज़ी लाने में मदद करता है। उन्होंने आगे कहा कि भालू के हमले की स्थिति में विभाग की दूसरी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी व्यक्ति घायल न हो।

