रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरु (आरसीबी) ने तीन जून को आईपीएल-2025 का खिताब जीता। इसके अगले दिन जीत के जश्न के दौरान बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर फैंस के बीच भगदड़ मच गई, जिसमें 11 लोगों की जान चली गई। इनके अलावा कुछ लोग घायल भी हुए।
इन मृतकों में यादगीर तालुक के होनागेरा गांव का शिवलिंगा भी था। 17 साल की उम्र में जान गंवाने वाले शिवलिंगा के परिवार को डीसी ऑफिस में बुलाकर मुआवजा का चेक थमाया गया।
सोमवार को जिला प्रभारी मंत्री शरणबसप्पा दर्शनपुरा ने शिवलिंगा के परिवार को 25 लाख रुपये का चेक सौंपा। इसके साथ ही उन्होंने परिवार को सांत्वना दी। दर्शनपुरा ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए परिवार को हिम्मत बनाए रखने को कहा है।
परिवार का कहना है कि शिवलिंगा के रूप में उन्होंने जो खोया उसकी भरपाई पैसों से नहीं हो सकती है। परिवार की मांग है कि उनके दूसरे बेटे को नौकरी दी जाए। शिवलिंगा के माता-पिता अब बूढ़े हो गए हैं।
मंत्री शरणबसप्पा दर्शनपुरा ने परिवार को वादा किया है कि उनके दूसरे बेटे को ‘डी’ ग्रुप की नौकरी दी जाएगी। उन्होंने डीसी सुशीला को इसके लिए निर्देश भी दिया है।
बेंगलुरु हादसे के बाद कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) के दो वरिष्ठ अधिकारियों नैतिक जिम्मेदारी का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं। इन अधिकारियों में सचिन ए शंकर और कोषाध्यक्ष ईएस जयराम शामिल हैं।
शुक्रवार को केएससीए को भेजे पत्र में जयराम और शंकर ने इस घटना को अप्रत्याशित और दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। इसके साथ ही हादसे में अपनी भूमिका को बहुत सीमित बताया।
आरसीबी ने आईपीएल-2025 का खिताब जीतकर 17 साल से चल रही नाकामी के सिलसिले को खत्म किया था। मुकाबले में आरसीबी ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 190/9 का स्कोर खड़ा करने के बाद पंजाब किंग्स को 184/7 पर रोक दिया था। इसी के साथ आरसीबी ने छह रन से खिताबी मैच अपने नाम किया। इस जीत के बाद फैंस का उत्साह चरम पर था। जीत के जश्न में चिन्नास्वामी स्टेडियम में बड़ा आयोजन किया गया। लाखों की संख्या में फैंस जुटे, भगदड़ मची और हादसा हो गया।