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प्रधानमंत्री की विदेश यात्रा पर भगवंत मान का बयान शर्मनाक : तरुण चुघ

Bhagwant Mann's statement on Prime Minister's foreign visit is shameful: Tarun Chugh

बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के प्रधानमंत्री मोदी के विदेश दौरे के संबंध में दिए बयान को “बेहूदा और शर्मनाक” बताते हुए कड़ी आलोचना की।

समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में उन्होंने कहा कि मान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश यात्राओं पर तंज कसकर पूरे देश के 140 करोड़ भारतीयों का अपमान किया है। पीएम मोदी को मिलने वाले अंतरराष्ट्रीय सम्मान भारत की गौरवशाली प्रतिष्ठा का प्रतीक हैं। सीएम भगवंत मान को अपने पद से इस्तीफा देकर देश के लोगों से माफी मांगनी चाहिए।

दरअसल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 10 जुलाई को चंडीगढ़ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पांच देशों की हालिया विदेश यात्रा पर तंज कसते हुए विवादास्पद बयान दिया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी 140 करोड़ की आबादी वाले भारत में समय बिताने के बजाय छोटे देशों की यात्रा कर रहे हैं, जहां की आबादी महज 10,000 है।

मान ने मजाकिया लहजे में कहा था, “प्रधानमंत्री जी कहीं गए हैं। शायद घाना। वो वापस आ रहे हैं, उनका स्वागत है। भगवान जाने वो कौन-कौन से देश घूम रहे हैं—‘मैग्नेशिया’, ‘गैल्वेसिया’, ‘टार्वेसिया’। वो 140 करोड़ की आबादी वाले देश में नहीं रुकते। वो ऐसे देशों में जा रहे हैं, जहां 10,000 लोग हैं और वहां से सबसे बड़ा पुरस्कार ले रहे हैं।”

इसके अलावा, भाजपा नेता तरुण चुघ ने आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल सर्जिकल स्ट्राइक और ऑपरेशन ब्लू स्टार पर सवाल उठाते हैं या कन्हैया कुमार जैसे लोगों का समर्थन करते हैं, तब भगवंत मान का “ज्ञान” कहां चला जाता है? जो नेता सच बोलता है, उसे पार्टी “तोता” कहकर चुप करा देती है।

उन्होंने 1975 की आपातकाल की घटना का जिक्र करते हुए कांग्रेस की तानाशाही मानसिकता पर सवाल उठाए और कहा कि पार्टी को अपना “काला इतिहास” शर्मिंदा कर रहा है।

चुघ ने पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर भी हमला बोला और कहा कि ममता सरकार क्रांतिकारियों और स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान कर रही है। बंगाल में स्कूलों के प्रश्नपत्रों में क्रांतिकारियों को आतंकवादी बताया जा रहा है, जो देशभक्तों की जन्मभूमि का घोर अपमान है।

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