पूर्व शिक्षा मंत्री और कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया है कि झज्जर में जलभराव और सफाई की समस्या के समाधान के लिए कोई गंभीर प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासनिक “उदासीनता” के कारण स्थिति बिगड़ी है।
रविवार को मीडिया से बात करते हुए भुक्कल ने कहा कि इस साल इस क्षेत्र में अत्यधिक बारिश हुई है। उन्होंने दावा किया, “शहर भर में कूड़े के ढेर लगे हैं, पानी जमा है और पानी निकालने के लिए पंपसेट नहीं लगाए गए हैं।”
भुक्कल ने झज्जर के एकमात्र स्टेडियम का नाम बदले जाने पर सरकार की आलोचना की, लेकिन इसके मूल मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने पूछा, “सरकार को यह बताना चाहिए कि स्टेडियम का नाम बदलने के बाद भी कोई विकास क्यों नहीं हुआ।”
पूर्व मंत्री ने कहा कि मनु भाकर, बजरंग पुनिया और अमन सहरावत जैसे विश्वस्तरीय एथलीट देने के बावजूद, ज़िले में बुनियादी खेल बुनियादी ढाँचे का अभाव है। उन्होंने दावा किया कि शहर और निर्वाचन क्षेत्र के विकास के लिए उनके प्रयासों से प्राप्त धन का सही उपयोग नहीं हो रहा है।
भुक्कल ने आगे कहा कि उन्होंने विधानसभा में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन योजना और स्टेडियम की खराब स्थिति जैसे प्रमुख मुद्दे उठाए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के आश्वासनों के बावजूद ज़मीनी स्तर पर कोई काम नहीं हुआ है।
कांग्रेस नेता ने इस बात पर जोर दिया कि अधिकृत और अनधिकृत दोनों कॉलोनियों के निवासियों के समान अधिकार हैं और सभी को बुनियादी सुविधाएं प्रदान करना सरकार का कर्तव्य है।
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