रायपुर, 5 अप्रैल । छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लगातार ईवीएम के बदले बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग करते रहे हैं और इसके लिए उन्होंने एक फॉर्मूला भी तैयार किया था। उनका यह फॉर्मूला उनके ही निर्वाचन क्षेत्र राजनांदगांव में फेल हो गया।
पूर्व मुख्यमंत्री बघेल ने दावा किया था कि अगर एक संसदीय क्षेत्र में 384 से ज्यादा लोग नामांकन भरते हैं तो मतदान ईवीएम से नहीं बैलेट पेपर से होगा। इसके लिए वो तैयारी भी कर रहे थे। कहा जा रहा है कि नामांकन पत्र तो 200 से ज्यादा राजनांदगांव संसदीय क्षेत्र में खरीदे गए, मगर 23 उम्मीदवारों ने ही 32 नामांकन पत्र भरे हैं।
बताया जाता है कि मतदान के लिए अधिकतम ईवीएम की 24 यूनिट का उपयोग ही किया जा सकता है और इनमें 384 उम्मीदवारों के नाम ही दर्ज किए जा सकते हैं। इससे ज्यादा उम्मीदवार होते हैं तो मतदान बैलेट पेपर से संभव है।
अब राजनांदगांव में ही जरूरत के मुताबिक संख्या में उम्मीदवारों ने नामांकन नहीं भरे, लिहाजा भूपेश बघेल का बैलेट से चुनाव कराने का फार्मूला फेल हो गया है। राज्य के तीन संसदीय क्षेत्र में 26 अप्रैल को दूसरे चरण में मतदान होना है। इस चरण के लिए राजनांदगांव से 23 उम्मीदवारों ने 32 नामांकन भरे हैं।
उधर, महासमुंद संसदीय क्षेत्र से 19 उम्मीदवारों ने 43 नामांकन भरे हैं और कांकेर से 10 उम्मीदवारों ने 20 नामांकन पत्र भरे हैं।
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