भुट्टिको (जिसे आधिकारिक तौर पर भुट्टी वीवर्स हैंडलूम एंड हैंडीक्राफ्ट कोऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड के नाम से जाना जाता है) का 81वां स्थापना दिवस सोसाइटी के सभागार में उत्साह और गरिमा के साथ मनाया गया, जो हथकरघा क्षेत्र और सहकारी आंदोलन में इसके आठ दशकों से अधिक के योगदान को दर्शाता है।
पूर्व मंत्री और भुट्टिको के अध्यक्ष सत्य प्रकाश ठाकुर इस अवसर पर मुख्य अतिथि थे। उन्होंने भुट्टिको के इतिहास के महत्वपूर्ण पड़ावों के बारे में बताया। उन्होंने जानकारी दी कि संस्था का औपचारिक पंजीकरण 18 दिसंबर, 1944 को लाहौर स्थित सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार कार्यालय में हुआ था, शुरुआत में इसके केवल 12 सदस्य थे। उन्होंने बताया कि 1944 से 1956 तक संस्था का अस्तित्व केवल कागजों पर ही रहा। हालांकि, जब स्वर्गीय वेद राम ठाकुर ने नेतृत्व संभाला, तब इसमें एक निर्णायक परिवर्तन आया।
सत्य प्रकाश ने उनके योगदान को याद करते हुए कहा कि वेद राम ठाकुर के दूरदर्शी नेतृत्व, कड़ी मेहनत, ईमानदारी और भविष्य की सोच के चलते संस्था ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उनके कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की गईं, जिनमें बुनकरों के लिए एक आवासीय कॉलोनी का विकास और संस्था परिसर के भीतर विशेष बुनाई शेडों का निर्माण शामिल है, जिससे कारीगरों की कार्य और जीवन स्थितियों में उल्लेखनीय सुधार हुआ।
उन्होंने आगे स्वीकार किया कि भुट्टिको को पिछले कुछ वर्षों में कई वित्तीय चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। इन बाधाओं के बावजूद, कंपनी ने निरंतर नेतृत्व और मजबूत प्रबंधन क्षमताओं के बल पर प्रगति जारी रखी। सत्य प्रकाश ने कहा कि कंपनी ने अपने उत्पादों के उच्च गुणवत्ता मानकों को बनाए रखने पर जोर दिया, जिससे ग्राहकों का विश्वास कायम रहा और यह सुनिश्चित हुआ कि खरीदारों को उनके पैसे का सही मूल्य मिले।
कार्यक्रम की शुरुआत सांस्कृतिक माहौल के साथ हुई, जिसमें बुनकर सदस्यों ने कुल्लूवी पारंपरिक गीत प्रस्तुत किए, जिससे हॉल में एक जीवंत और संगीतमय वातावरण भर गया। सभा को संबोधित करते हुए उपाध्यक्ष रोहित ठाकुर ने संस्था के सफर का विस्तृत विवरण दिया और इसके पूर्व अध्यक्षों और चेयरपर्सनों द्वारा स्थापना से लेकर आज तक निभाई गई भूमिकाओं पर प्रकाश डाला।
इस आयोजन में पदाधिकारियों, कर्मचारियों और सैकड़ों बुनकर सदस्यों की सक्रिय भागीदारी देखने को मिली, जिससे गर्व और सामूहिक उपलब्धि का माहौल बना। इस अवसर पर उपस्थित लोगों में निदेशक आत्मा राम, इंद्र देवी, जोगध्यान, हिम बुनकर के पूर्व उपाध्यक्ष ब्रह्म स्वरूप ठाकुर और मुख्य महाप्रबंधक विजय ठाकुर शामिल थे। सैकड़ों बुनकरों ने समारोह में भाग लिया, जिससे यह आयोजन एक यादगार कार्यक्रम बन गया। — ओसी

