पटना, अग्निपथ योजना के विरोध में बिहार में हुए हिंसात्मक प्रदर्शन को लेकर भाजपा और जदयू आमने सामने हैं।
सोमवार को जनता दल यूनाइटेड के वरिष्ठ नेता और मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा था कि प्रदर्शन के दौरान 1,111 गिरफ्तारियां हुई हैं।
इसके जवाब में मंगलवार को भाजपा के उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक राजीव रंजन ने कहा कि सांप निकल जाने के बाद लकीर पीटने से कोई फायदा नहीं।
उन्होंने कहा कि ट्रेनें जलने, सार्वजनिक संपत्तियों का नुकसान हो जाने, कई जिलों के भाजपा कार्यालयों को फूंक देने और वरीय नेताओं के घरों सिलिंडर बम से हमला हो जाने को यदि पुलिस प्रशासन की विफलता न कही जाएगी तो और क्या कहा जाएगा।
यदि उपद्रवियों के मंसूबे कामयाब हो जाते और भाजपा नेताओं को क्षति पहुंच ही जाती तो फिर बाद में हजार को गिरफ्तार करें या दस हजार को, नुकसान तो हो ही गया न।
भाजपा के नेता ने कहा कि भाजपा से सवाल पूछने वालों को उन पुलिसकर्मियों की चुप्पी का कारण बताना चाहिए।
उन्होंने कहा कि गलतियों को स्वीकार करने वाले ही गलतियों में सुधार कर सकते हैं. कुतर्कों की कालिमा से सत्य की लालिमा को छुपाया नहीं जा सकता।
उल्लेखनीय है कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने बिहार में अग्निपथ विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई भीषण हिंसा के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने की बात कही थी। जिसके जवाब में ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि प्रदर्शन के दौरान 1,111 गिरफ्तारियां हुई हैं।
अग्निपथ विरोध के दौरान संजय जायसवाल ने भीड़ के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के लिए नीतीश कुमार सरकार की आलोचना की थी, जिसके कारण कई जिलों में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी।
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