सासाराम, बिहार के रोहतास जिले के चंदन पहाड़ी पर स्थित सम्राट अशोक के ऐतिहासिक शिलालेख को मजार में बदलने के प्रयास का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। भाजपा ने शनिवार को सासाराम में महाधरना का आयोजन किया और प्रदर्शन किया।
बिहार विधान परिषद में विपक्ष के नेता सम्राट चौधरी के नेतृत्व में शनिवार को ओझा टाउन हाल के प्रांगण में भाजपा के नेता और कार्यकर्ता शिलालेख को मुक्त कराने की मांग को लेकर धरने पर बैठे।
भाजपा नेताओं ने कहा कि सासाराम के चंदन पहाड़ी स्थित महान अशोक के शिलालेख को मजार में बदलने का प्रयास किया गया। उन्होंने कहा कि पूरे देश में अशोक के ऐसे 8 शिलालेख हैं, जिनमें से एक बिहार के सासाराम में है।
विधान पार्षद चौधरी ने कहा कि सत्ता के नशे में चूर नीतीश कुमार वोट बैंक की राजनीति के कारण हमारे वीर योद्धा सम्राट अशोक की स्मारकों पर तालाबंदी करवा दी।
उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार से जल्द से जल्द शिलालेखों को मुक्त करवाने की पहल नहीं कि तो आगे अनिश्चित कालीन प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता लालू-नीतीश की ठगबंधन सरकार को 2024 और 2025 में जरूर सबक सिखाएगी।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर शिलालेख को मुक्त कराने की मांग की थी।
सम्राट चौधरी ने कहा कि पिछले 2300 साल से शिलालेख था लेकिन जब लालू नीतीश की सरकार बनी, तब से शिलालेख पर तालाबंदी कर दी गई। सम्राट चौधरी ने कहा कि इन्हीं के कारण आज दूसरे समुदाय के लोगों ने शिलालेखों पर कब्जा कर तालाबंदी करने का काम किया है, जिससे हम कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।