बिहार सरकार में मंत्री राम कृपाल यादव ने जनगणना में टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल को लेकर सरकार के फैसले की सराहना की है। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी के माध्यम से जनगणना के दौरान आम लोगों के लिए चीजें आसान हो जाएंगी। मंत्री राम कृपाल यादव ने शनिवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत के दौरान जनगणना और लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य के पोस्ट को लेकर अपनी राय रखी। उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी करारा जवाब दिया।
मोबाइल ऐप से जनगणना को लेकर केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए राम कृपाल यादव ने कहा, “मैं सरकार की इस पहल का अभिनंदन करता हूं। इससे आम लोगों के लिए चीजें आसान हो जाएंगी। टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा और इससे कई मौजूदा कमियों को दूर किया जाएगा।”
राजद प्रमुख लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य से जुड़े सवाल पर राम कृपाल यादव ने कहा कि ये उनका पारिवारिक मामला है, हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि घर में पिता और माता के साथ रहकर अगर किसी महिला की आंख से आंसू बहते हैं तो निश्चित तौर पर यह दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे समाज में भी खराब संदेश जाता है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लेकर पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी की टिप्पणी पर राम कृपाल यादव ने कहा, “राजनीति में बोलने और बात करने की एक सीमा होती है। ममता बनर्जी को चुनाव में हार दिख रही है। ममता बनर्जी और उनके समर्थकों को लगता है कि केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करने से अवैध रूप से रहने वाले लोगों और दूसरे वर्ग के मतदाता उनका समर्थन करेंगे। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।”
फसल क्षतिपूर्ति के लिए आवेदन करने से चूके किसानों के मुद्दे पर उन्होंने कहा, “कई किसान मेरे पास भी आए थे। नई जगहों से भी सूचनाएं मिली हैं। जिन किसानों को क्षतिपूर्ति नहीं मिल पाई है, उनकी मदद के लिए विचार किया जाएगा।”

