बिहार में भाजपा के विधायक हरिभूषण ठाकुर के होली और ‘छावा’ फिल्म पर टैक्स फ्री करने की मांग को लेकर दिए गए बयान को लेकर राजनीति गर्म हो गई है। विधायक हरिभूषण ठाकुर ने कहा कि साल में 52 दिन जुम्मा आता है। इस बार जुम्मे के दिन ही होली है। रंग, उमंग का यह त्योहार होली साल में एक बार आता है।
उन्होंने कहा कि होली के दिन मुस्लिम घर से बाहर निकलने से परहेज करें, घर पर ही अपना उत्सव मना लें। मुस्लिम भाई अगर निकलें तो दिल बड़ा कर निकले, रंग लग भी जाए तो वे बुरा नहीं मानेंगे। उनसे अपील है कि मुस्लिम एक दिन नहीं निकले। उन्होंने छावा फिल्म को लेकर आगे कहा कि छावा एक ऐतिहासिक तथ्य पर आधारित फिल्म है। यह फिल्म इतिहास में क्या क्रूरता की गई है, यह दिखाती है। इस फिल्म को बिहार सरकार को टैक्स फ्री कर देना चाहिए।
बिहार सरकार के मंत्री जमा खान ने भाजपा विधायक के इस बयान पर कहा कि त्योहार आपसी भाईचारे का पर्व होता है। सभी लोगों को मिलजुलकर रहना चाहिए। जहां तक नमाज की बात है तो जुम्मे के दिन लोग मस्जिद में नमाज पढ़ते हैं। उस दिन जो कपड़े पहनकर जाते हैं, अगर किसी प्रकार का दाग लग जाता है तो वह नमाज नहीं पढ़ते हैं, इसलिए लोगों को कहा जाता है कि नमाजियों के ऊपर रंग गुलाल नहीं फेंके। लेकिन, अगर गलती से किसी के ऊपर लग गया तो कोई बात नहीं है क्योंकि बिहार में सभी लोग भाईचारे के साथ रहते हैं और सभी त्योहार भाईचारे के साथ ही मनाए जाते हैं।
कांग्रेस विधायक राजेश राम ने भाजपा विधायक के इस बयान पर कहा कि हमारे संविधान में सबको अपना धर्म पालन करने की आजादी है। उनकी बातें संविधान खत्म करने की ही एक प्रक्रिया है। जब धर्मनिरपेक्ष देश है, तो धर्मनिरपेक्षता की बात होनी चाहिए, उसी के अनुसार सभी को अपना पर्व, त्योहार मनाने की आजादी है।
राजद एमएलसी कारू शोहेब ने छावा फिल्म पर टैक्स फ्री करने वाले भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर की मांग पर कहा कि भाजपा वही बात करती है जिसमें नफरत हो। भाजपा मोहब्बत के लिए कुछ नहीं कर सकती, नफरत के लिए वो कुछ भी कर सकती है। ऐसी चीजें जिसमें नफरत हो, उसको बढ़ावा नहीं देना चाहिए। उन्होंने कहा कि फिल्म मैंने देखी नहीं है, लेकिन भाजपा विधायक की मांग है तो जरूर कुछ विवाद होगा।
भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर के बयान पर राजद विधायक फतेह बहादुर ने कहा कि हमारे देश के सभी धर्म के लोग बड़ा दिल दिखाते हुए ही सभी धर्म, जाति के लोग हर त्योहार साथ-साथ मिलकर मनाते हैं। उनको इस तरह किसी धर्म और जाति को लेकर बयान देने का संवैधानिक अधिकार नहीं है । ऐसे लोगों को समाज से बहिष्कार कर देना चाहिए। बिहार सरकार को चाहिए कि ऐसे लोगों पर कानूनी कार्रवाई करें।
उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के झांसे में अब देश की जनता नहीं आने वाली है। राजद विधायक इसराइल मंसुरी ने कहा कि बिहार में इस साल चुनाव होने वाला है। अब इसी तरह की भाषा का ये लोग इस्तेमाल करेंगे। इन लोगों को विकास से कोई मतलब नहीं है। इसी तरह की नफरती भाषा बोलेंगे।
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