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बिहार: रेलवे पुलिस ने बच्चा चोर गिरोह का किया भंडाफोड़, किडनैप हुए लड़के को बचाया

Bihar: Railway Police busts child-lifting gang, rescues kidnapped boy

बिहार में मुजफ्फरपुर रेलवे पुलिस ने गुरुवार को एक बड़े बच्‍चा चोर गिरोह का भंडाफोड़ किया। इस गिरोह में तीन महिलाओं समेत छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और किडनैप बच्चे को सुरक्षित बचा लिया गया।

मुख्य आरोपी डॉक्टर अभी भी फरार है और उसे पकड़ने के लिए छापेमारी जारी है।

रेलवे एसपी वीणा कुमारी ने मामले की विस्‍तृत जानकारी देते हुए बताया कि 3 अक्टूबर की रात को सुमित कुमार अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ हाजीपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म-1 पर सो रहे थे। सुबह तक उनका बेटा लापता हो गया था। काफी तलाश के बाद भी बच्चे का पता न चलने पर सुमित ने हाजीपुर रेलवे पुलिस स्टेशन में लिखित शिकायत दर्ज कराई।

बच्चे को बरामद करने और इसमें शामिल गैंग का पता लगाने के लिए तुरंत एक एसआईटी का गठन किया गया।

जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज से घटना के समय सो रहे परिवार के पास एक आदमी और एक औरत की मौजूदगी का पता चला। इसके बाद टीम ने संदिग्धों की पहचान करने के लिए सही समय और जगह के मोबाइल फोन डाटा का तकनीकी विश्‍लेषण किया।

एक संदिग्ध मोबाइल नंबर से जांचकर्ताओं को वैशाली जिले के विदुपुर पुलिस स्टेशन इलाके के रंजीत कुमार राय के बेटे अर्जुन कुमार का पता चला, जिसकी पहचान बच्चे को उस व्‍यक्ति के रूप में हुई, जिसने बच्‍चे को ले गया था।

वैशाली के सदर पुलिस स्टेशन इलाके के स्वर्गीय राम चंद्र चौधरी की पत्नी किरण देवी की भी अपहरण में शामिल होने की पहचान हुई।

दोनों आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया।

उनके बयानों के आधार पर, पुलिस ने चार और आरोपियों सोनू कुमार (विदुपुर, वैशाली), अनिल कुमार साह (समस्तीपुर), गुड़िया देवी और मुन्नी कुमारी को गिरफ्तार किया।

किडनैप हुए बच्चे को उनके कब्‍जे से सुरक्षित बरामद कर लिया गया।

आरोपी सोनू कुमार ने बताया कि बच्चे को समस्तीपुर जिले के मोहनपुर पुलिस स्टेशन इलाके के शाहपुर पटोरी के रहने वाले अविनाश कुमार और उसकी साथी मुन्नी कुमारी के कहने पर कथित तौर पर 3.5 लाख रुपए में उठाया गया था।

पुलिस के मुताबिक,डॉक्टर अविनाश कुमार ने भुगतान आंशिक रूप से यूपीआई के माध्‍यम से और कुछ कैश में किया था।

हालांकि, डॉक्टर फरार हो गया है और पुलिस की कई टीमें उसे गिरफ्तार करने के लिए अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर रही है।

पुलिस सभी आरोपियों की आपराधिक पृष्‍ठभूमि की भी जांच कर रही है और यह भी पता लगा रही है कि क्या यह गैंग इलाके में बच्चा चोरी के दूसरे मामलों से जुड़ा है।

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