बिहार विधानसभा में मंगलवार को नवनिर्वाचित अध्यक्ष प्रेम कुमार के सर्वसम्मति से चुने जाने के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दीं। इस दौरान उन्होंने संसदीय लोकतंत्र की गरिमा और विपक्ष की सजग भूमिका को रेखांकित किया।
उन्होंने सदन में अपने संबोधन के दौरान कहा कि अध्यक्ष का अनुभव उनकी राजनीतिक परिपक्वता और जनसरोकार के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने स्पष्ट संदेश दिया कि हम यहां केवल रस्म अदायगी के लिए नहीं, बल्कि बिहार को अव्वल राज्य बनाने के संकल्प के साथ आए हैं।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने नवनिर्वाचित अध्यक्ष को ज्ञान और मोक्ष की धरती (गया) से आने का स्मरण कराते हुए कहा कि आसन से उम्मीद है कि वह नियमावली के तहत निष्पक्ष होकर चलेंगे। सत्ता पक्ष तो संख्या बल में है, इसलिए आसन को विपक्ष के संरक्षण पर विशेष ध्यान देना चाहिए ताकि लोकतंत्र का संतुलन बना रहे।
उन्होंने दो टूक कहा कि विपक्ष सरकार का ही अंग होता है। हमारा किसी से व्यक्तिगत विद्वेष या दुश्मनी नहीं है, लेकिन अगर सरकार जनहित से भटकेगी या कोई गलती करेगी, तो विपक्ष उसे आईना दिखाने का काम पूरी मजबूती से करेगा।
सदन में अपने संकल्प को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि हमारा एक ही उद्देश्य है-नया बिहार बनाना। ऐसा बिहार जो बेरोजगारी, पलायन और गरीबी से मुक्त हो। बिहार के विकास के लिए विपक्ष हर सकारात्मक कदम पर सहयोग करेगा, लेकिन जनता के हक की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के स्वास्थ्य की भी कामना की। उन्होंने कहा कि महागठबंधन एक जिम्मेदार और धारदार विपक्ष की भूमिका निभाएगा।
इससे पहले भाजपा के नेता और गया सदर के विधायक प्रेम कुमार को बिहार विधानसभा में सर्वसम्मति से अध्यक्ष निर्वाचित किया गया। अध्यक्ष निर्वाचन के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने नव नवनिर्वाचित अध्यक्ष प्रेम कुमार को आसन तक पहुंचाया।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सर्वसम्मति से प्रेम कुमार को विधानसभा अध्यक्ष चुने जाने पर बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि प्रेम कुमार लंबे समय से इस विधानसभा के सदस्य हैं। वे काफी अनुभवी हैं।मुख्यमंत्री ने सभी सदस्यों से खड़े होकर शुभकामना देने का भी आग्रह किया। इसके बाद सभी सदस्यों ने खड़े होकर अध्यक्ष को बधाई दी।

