राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख और राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा ने सोमवार को पार्टी कार्यालय में जननायक कर्पूरी ठाकुर की 37वीं पुण्यतिथि के अवसर पर उनके तैल चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर का जीवन गरीबों और दबे कुचले लोगों के लिए समर्पित था। वह हमेशा समाज के सबसे कमजोर वर्ग के साथ खड़े रहते थे। आज इस दिन उन्हें याद करते हुए हम उनसे प्रेरणा ग्रहण करते हैं।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित करने की सराहना करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने कर्पूरी ठाकुर के समर्पण और उनके योगदान को सम्मानित किया, इसके लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति आभार व्यक्त करता हूं।”
उपेंद्र कुशवाहा ने पटना के बिहटा में बन रहे अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का नाम जननायक कर्पूरी ठाकुर के नाम पर रखने की मांग की है। उन्होंने इस संदर्भ में राज्यसभा में केंद्र सरकार के सामने एक प्रस्ताव रखा है और कहा कि वे इस प्रस्ताव को साकार करने के लिए पूरी कोशिश करेंगे।
कुशवाहा ने कहा, “यह सिर्फ मेरा व्यक्तिगत प्रस्ताव नहीं है, बल्कि यह बिहार की समृद्धि और गौरव का सवाल है। मैं बिहार के सभी दलों के नेताओं से अपील करता हूं कि कर्पूरी ठाकुर के सम्मान में मेरी इस मुहिम में साथ दें। यह कोई दल विशेष की मांग नहीं है, बल्कि यह बिहार के लिए की जा रही है। जैसे आरक्षण और जातीय गणना के मामले में सभी दलों ने एकजुट होकर समर्थन किया था, उसी तरह कर्पूरी ठाकुर के नाम पर बिहटा एयरपोर्ट का नाम रखने की इस मुहिम में भी सभी दलों को मिलकर एक आवाज उठानी चाहिए।”
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव पर भी टिप्पणी करते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने कहा, “कर्पूरी ठाकुर ने लालू प्रसाद यादव को अपना आशीर्वाद दिया था, लेकिन अफसोस है कि लालू यादव ने उस आशीर्वाद का उपयोग जनता के बजाय निजी लाभ के लिए किया।”
उपेंद्र कुशवाहा ने लालू प्रसाद यादव की ओर से कुंभ को लेकर दिए गए बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादव हर मुद्दे पर राजनीति करना चाहते हैं और उनके इस बयान से करोड़ों लोगों की धार्मिक आस्था को ठेस पहुंची है। कुंभ मेला सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि यह करोड़ों भारतीयों की आस्था का केंद्र है। लालू प्रसाद यादव का बयान इस पवित्र आयोजन के प्रति अवमानना है और इसने देश के करोड़ों लोगों की भावनाओं को आहत किया है।
उन्होंने आगे कहा कि लालू यादव के बयान पर उनके खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई हो सकती है। हमारा संविधान स्पष्ट रूप से कहता है कि किसी के धर्म या धार्मिक भावनाओं पर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। इस प्रकार के बयान समाज में विभाजन और नफरत को बढ़ावा देने का काम करते हैं। मेरा मानना है कि ऐसे बयान देने से पहले नेताओं को अपनी जिम्मेदारी का एहसास होना चाहिए और समाज में सौहार्द बनाए रखने की दिशा में काम करना चाहिए।
उपेंद्र कुशवाहा ने दिल्ली में हुए रेल हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि दिल्ली में जो रेल हादसा हुआ, मैं उससे काफी दुखी हूं। यह एक गंभीर घटना है और इसके कारणों का पता लगाना जरूरी है। हालांकि, घटना के कारणों पर बयान देना आसान होता है, लेकिन सही जानकारी जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही सामने आएगी।