नई दिल्ली, 16 नवंबर । दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार के खिलाफ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली के एलजी को की गई कार्रवाई की सिफारिश के बीच भाजपा दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार के बचाव में उतर गई है। भाजपा ने दागी अधिकारियों पर आप नेताओं की चुप्पी पर सवाल भी उठाया है।
भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव का बचाव करते हुए कहा कि वे दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार के खिलाफ दिल्ली सरकार और आम आदमी पार्टी की हताशा को अच्छी तरह से समझ सकते हैं क्योंकि वह मुख्यमंत्री या दिल्ली सरकार के मंत्रियों के खिलाफ विभिन्न मामलों की जांच कर रहे हैं, जिनमें शराब घोटाला और सीएम बंगला घोटाला जैसे प्रमुख मामले हैं।
उन्होंने कहा कि सीएम केजरीवाल खुद मुख्य सचिव द्वारा की जा रही जांच से डरते हैं और उन पर जांच रोकने का दबाव बनाने के लिए केजरीवाल सरकार ने भूमि मुआवजे के एक मामले में मुख्य सचिव के खिलाफ नई जांच रिपोर्ट में हेरफेर किया है, जबकि उसकी पहले ही जांच हो चुकी है।
सचदेवा ने कहा कि यह मंत्री आतिशी की बौखलाहट और घबराहट थी, जिसके चलते उन्होने एक जांच हो चुके मामले की पुनः जांच रिपोर्ट बनवाई और मुख्यमंत्री के निर्णय का इंतजार किए बिना उसको मीडिया को जारी कर दिया।
सचदेवा ने कहा कि केजरीवाल सरकार और आम आदमी पार्टी नेता मुख्य सचिव नरेश कुमार, वाईवीवीजे. राजशेखर, अश्वनी कुमार और आशीष कुंद्रा जैसे सरकारी अधिकारियों के खिलाफ बोलते हैं जो केजरीवाल सरकार के खिलाफ असहज जांच कर रहे हैं। लेकिन, ये ओपी. मिश्रा, उदित राय और एवी. प्रेमनाथ जैसे आरोपपत्रित अधिकारियों पर चुप रहते हैं जो उनकी सरकार की दुर्भावनापूर्ण कार्यप्रणाली को उजागर करता है।