नई दिल्ली, 10 जनवरी। भाजपा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आधिकारिक आवास की मरम्मत पर प्रतिवर्ष औसतन 8.5 करोड़ रुपए खर्च होने पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री आवास में छोटी-मोटी मरम्मत, नवीकरण, प्लंबर कार्यों की आड़ में भ्रष्टाचार और सार्वजनिक धन का दुरुपयोग अरविंद केजरीवाल सरकार का पर्याय बन गया है।
भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आम आदमी पार्टी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि एक आरटीआई में हुए खुलासे से जानकर हैरानी हुई है कि 2015 से 2022 के बीच 8 वर्षों में सीएम केजरीवाल के आवास में छोटे-मोटे सिविल वर्क, सेनेटरी, प्लंबिंग, बढ़ईगीरी आदि के काम पर प्रति वर्ष औसतन 8.5 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं।
सचदेवा ने कहा कि यह आश्चर्य की बात है कि एक तरफ अरविंद केजरीवाल के आधिकारिक आवास परिसर में नगर निगम की अनुमति के बिना नए बंगले के निर्माण पर 50 करोड़ रुपये खर्च किए गए, जबकि, पुराने बंगले की छोटी-मोटी मरम्मत पर 8 साल में 29.56 करोड़ रुपये खर्च किए गए।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने इस पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहा कि सीएम आवास परिसर में नए निर्माण और मरम्मत, नवीकरण पर 80 करोड़ से अधिक खर्च करने वाले पीडब्ल्यूडी अधिकारियों की सीबीआई जांच आवश्यक है।