पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आज कहा कि नवनिर्वाचित भाजपा सरकार की विफलताएं उजागर हो गई हैं और पिछली भाजपा सरकार की तरह यह सरकार किसानों को न तो उर्वरक दे पाई और न ही एमएसपी।
विधानसभा सत्र के अंत में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए हुड्डा ने कहा कि सरकार सदन में कांग्रेस द्वारा उठाए गए सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं दे सकी। उन्होंने कहा, “सरकार ने उर्वरकों की उपलब्धता के बारे में झूठ बोला। उसने कहा कि उर्वरकों की कोई कमी नहीं है, जबकि किसान उर्वरकों की अनुपलब्धता के कारण संकट में हैं।”
सरकार को चंडीगढ़ पर अपना हक नहीं छोड़ना चाहिए। मौजूदा विधानसभा के साथ ही नई विधानसभा बनानी चाहिए, कहीं दूर जमीन पर नहीं। साथ ही पंजाब के साथ पानी और हिंदी भाषी इलाकों का मुद्दा भी मजबूती से रखना चाहिए।
-भूपिंदर सिंह हुड्डा, पूर्व सीएम हुड्डा ने कहा कि भाजपा ने धान के लिए 3100 रुपये देने का वादा किया था, लेकिन “सच्चाई यह है कि सरकार बनने के बाद भाजपा ने किसानों को एमएसपी भी नहीं दिया।” उन्होंने कहा, “किसानों को अपनी फसल 200-400 रुपये कम कीमत पर बेचनी पड़ी। चुनाव से पहले भाजपा ने 500 रुपये में गैस सिलेंडर और महिलाओं को हर महीने 2100 रुपये देने का वादा किया था। लेकिन सरकार ने अब तक अपना कोई भी वादा पूरा नहीं किया है।”
कौशल निगम के कर्मचारियों के संबंध में उन्होंने कहा, “नीति से यह स्पष्ट हो जाता है कि भाजपा पूरी तरह से आरक्षण और योग्यता के खिलाफ है, क्योंकि कौशल निगम में न तो आरक्षण है, न योग्यता है और न ही पारदर्शिता है।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने मांग की थी कि हरियाणा में ठेका प्रथा बंद की जाए और कुशल श्रमिकों को नियमित किया जाए। उन्होंने कहा कि ऐसी कोई व्यवस्था नहीं होनी चाहिए जिसमें युवाओं का शोषण हो, लेकिन सरकार ने कांग्रेस की मांग को खारिज कर दिया और कम वेतन पर अस्थायी रोजगार करने वाले कुशल श्रमिकों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
हुड्डा ने कहा कि भाजपा ने चुनाव में दो लाख नौकरियां देने का ऐलान किया था, लेकिन अब भाजपा इस पर चर्चा करने को तैयार नहीं है और न ही उसने कोई भर्ती प्रक्रिया शुरू की है। उन्होंने कहा, “हरियाणा में बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है। इसके कारण राज्य के 54 फीसदी युवा रोजगार की तलाश में दूसरे राज्यों और देशों में जा रहे हैं।”
हुड्डा ने कहा, “आज हरियाणा की 70 फीसदी आबादी गरीबी रेखा से नीचे पहुंच गई है…भाजपा को बताना चाहिए कि उसके विकास के दावों का क्या हुआ? अगर विकास हुआ है तो इतनी बड़ी आबादी गरीब कैसे हो गई?”
उन्होंने कहा कि नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) ने भी कांग्रेस के आरोपों की पुष्टि की है। उन्होंने कहा, “अब यह स्पष्ट हो गया है कि भाजपा ने राज्य पर 4.5 लाख करोड़ रुपये का कर्ज लाद दिया है।”