नई दिल्ली, 16 अक्टूबर । केरल में भाजपा के प्रमुख ईसाई नेता अनूप एंटनी जोसेफ ने कन्नूर के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम) नवीन बाबू की मौत पर टिप्पणी करते हुए आरोप लगाया कि अधिकारी को राज्य में सत्तारूढ़ माकपा नेता पी.पी. दिव्या द्वारा लगातार परेशान किया जा रहा था।
नवीन बाबू मंगलवार को अपने घर में मृत पाए गए। एक दिन पहले ही माकपा नेता पी.पी. दिव्या ने उन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे।
आईएएनएस से बात करते हुए भाजपा नेता जोसेफ ने कहा, “केरल के कन्नूर में एडीएम की आत्महत्या एक दुखद घटना है, जो उनके तबादले और विदाई समारोह के दौरान हुई। माकपा नेता पी.पी. दिव्या ने सार्वजनिक रूप से उन्हें अपमानित किया और झूठे आरोप लगाए। यह घटना माकपा नेताओं के अहंकार को दर्शाती है, जो सार्वजनिक रूप से दिखाई देता है। एडीएम को कथित तौर पर पी.पी. दिव्या द्वारा लगातार परेशान किया जा रहा था, क्योंकि वह एक ईमानदार और मजबूत अधिकारी थे। उन पर एनओसी देने के लिए अवैध रूप से दबाव डाला जा रहा था, जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया।”
उन्होंने कहा, “कन्नूर के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट एक ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ व्यक्ति थे और दिव्या उन पर अवैध एनओसी जारी करने के लिए दबाव बना रही थीं। जब उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया, तो उन्हें सार्वजनिक रूप से अपमानित किया गया, जिसके कारण उन्होंने आत्महत्या कर ली। यह घटना न केवल माकपा नेताओं के व्यवहार को उजागर करती है, बल्कि केरल में कानून-व्यवस्था की स्थिति की गंभीरता को भी दर्शाती है।”
भाजपा नेता ने दावा किया कि एक तरफ सरकार प्रस्तावित वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ विधानसभा में प्रस्ताव पारित करने में व्यस्त है, वहीं दूसरी तरफ कोच्चि में करीब 400 ईसाई परिवारों की जमीन हड़पने की कोशिश चल रही हैं।
उन्होंने आईएएनएस से कहा, “यह स्थिति तब और भी चिंताजनक हो जाती है जब हम देखते हैं कि मुख्यमंत्री खुद कन्नूर से विधायक हैं और उनके जिले में उनकी पार्टी के एक महत्वपूर्ण नेता ने एक सरकारी अधिकारी को अपमानित किया और उसे आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया। यह सब केरल में कानून-व्यवस्था की स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है, जिससे समाज में असुरक्षा और अस्थिरता का माहौल पैदा हो रहा है।”
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