अमृतसर में डॉ. भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने और उसके बाद संविधान की पत्थर की मूर्ति को जलाने के प्रयास की स्वतंत्र एजेंसी से जांच की मांग करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को चंडीगढ़ में राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात की।
उन्होंने कहा कि यह घटना पंजाब में अशांति भड़काने और सांप्रदायिक विभाजन को गहरा करने की एक बड़ी साजिश का हिस्सा थी।
राज्य सरकार के नियंत्रण में न आने वाली किसी स्वतंत्र एजेंसी से जांच की मांग को उचित ठहराते हुए भाजपा नेताओं ने कहा कि घटनास्थल पुलिस थाने से महज 100 मीटर की दूरी पर था, फिर भी यह घटना घटी। भाजपा प्रवक्ता ने कहा, “इस बात की प्रबल आशंका है कि उक्त निंदनीय घटना राज्य मशीनरी और सत्तारूढ़ आप सरकार की संलिप्तता के बिना नहीं हो सकती।”
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