नई दिल्ली, 22 नवंबर। केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया के नेतृत्व में भाजपा नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को चुनाव आयोग से मुलाकात कर राजस्थान में कांग्रेस द्वारा अखबारों में छपवाए गए विज्ञापन, जिसमें कांग्रेस ने दावा किया है कि ‘राजस्थान में कांग्रेस की लहर’ है और मिस्ड कॉल अभियान, जिसमें कांग्रेस ने एक नंबर जारी कर राजस्थान के लोगों से ‘गारंटी में एडवांस बुकिंग कराएं, एक मिस्ड कॉल कर नाम दर्ज कराएं’ की अपील की है, की शिकायत करके आयोग से कार्रवाई की मांग की है।
चुनाव आयोग से मुलाकात कर कांग्रेस के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करने वाले भाजपा नेताओं के प्रतिनिधिमंडल में केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया के अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, भाजपा आईटी सेल के हेड अमित मालवीय और ओम पाठक भी शामिल रहें।
आयोग से शिकायत करने के बाद मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने कांग्रेस पर हमेशा अनैतिक कार्य करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने राजस्थान में अखबारों में विज्ञापन देकर यह छपवाया है कि ‘राजस्थान में कांग्रेस की लहर।’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इसे विज्ञापन की तरह दिया है, लेकिन इस तरह से छपवाया है कि यह रियल में लगे। केंद्रीय मंत्री ने इसके साथ ही एक और आरोप लगाते हुए कहा कि राजनीति में अपनी बात कहने और प्रचार-प्रसार करने का अधिकार सभी राजनीतिक दलों को है। लेकिन, जनता को गुमराह करके वोट लेना उचित नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि चुनाव में घोषणा पत्र जारी कर लोगों से वादा करने में कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन, लोगों से यह कहना कि आप मिस कॉल करेंगे तभी आपको योजना का लाभ मिलेगा तो इसका तात्पर्य यह भी निकलता है कि अगर आप मिस कॉल नहीं करेंगे तो योजना का लाभ आपको नहीं मिलेगा, यह लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन है और इसलिए पार्टी ने चुनाव आयोग से मुलाकात कर इन दोनों मामलों की शिकायत कर आयोग से तुरंत कार्रवाई करने की मांग की है।
मनसुख मंडाविया ने यह भी दावा किया कि जिन तीन राज्यों – मिजोरम, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश – में अब तक चुनाव हो चुके हैं, उन तीनों राज्यों में कांग्रेस हार रही है और इसलिए बौखला कर कांग्रेस राजस्थान में इस तरह की हरकतें कर रही है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह मॉडल कोड ऑफ कन्डक्ट और प्रेस काउंसिल के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन है इसलिए भाजपा ने इस पर तुरंत एफआईआर दर्ज करने और कार्रवाई करने की मांग चुनाव आयोग से की है और इसके साथ ही यह भी सुनिश्चित करने का आग्रह किया है कि बाकी चुनावों में इस तरह की गलती न हो।