नई दिल्ली, 27 अक्टूबर । भाजपा ने विपक्षी दलों के ‘आईएनडीआईए’ गठबंधन को अब एक और नया नाम दे दिया है। इस बार भाजपा की तरफ से विपक्षी गठबंधन का नया नामकरण पार्टी के नवनियुक्त राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय आलोक ने किया है।
इसी महीने पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता नियुक्त किए गए अजय आलोक ने शुक्रवार को पार्टी राष्ट्रीय मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए कहा कि भाजपा के सामने जो गठबंधन बन कर आया है उसे हम लोग ‘द इंडियन नोटोरियस डकोइट्स ऑफ इंडिया एसोसिएशन’, जिसे इंडी अलायन्स कहते हैं, में भ्रष्टाचार करने वाले सितारों से सजी शख्सियतें शामिल हैं।
भ्रष्टाचार को लेकर विपक्षी गठबंधन पर कटाक्ष करते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि इस अलायन्स में नेशनल हेराल्ड वाले सोनिया गांधी और राहुल गांधी हैं, चारा घोटाले वाले लालू यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव हैं, नारदा-शारदा घोटाले वाले हैं, मनी लांड्रिंग वाली डीएमके हैं। घोटालों का इनोवेशन करने वाले अरविंद केजरीवाल हैं जो लगातार नए-नए घोटाले कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन के दल घोटालों में शामिल हैं और इन लोगों ने भ्रष्टाचार के आईडिया की यूनिवर्सिटी खोल दी है, करप्शन की इंडस्ट्री खोल दी है। भाजपा प्रवक्ता ने प्रियंका गांधी, राजस्थान की गहलोत सरकार, छत्तीसगढ़ की बघेल सरकार और कर्नाटक की कांग्रेस सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि देश की जनता को इन राज्यों की सही हालत पता चलनी चाहिए क्योंकि इन दलों की भ्रष्टाचार की भूख खत्म ही नहीं हो रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के पास नरेंद्र मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा जैसे स्टार प्रचारक हैं तो वहीं विपक्षी गठबंधन के पास घोटाले करने वाले स्टार प्रचारक हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आरजेडी के विधायक ने माता दुर्गा पर ही सवाल उठा दिया है और इसका जवाब लालू यादव और तेजस्वी यादव को देना चाहिए क्योंकि नवरात्रा की पूजा तो लालू यादव के घर में भी होती है।
उन्होंने कहा कि सोची-समझी रणनीति के तहत सनातन को बदनाम किया जा रहा है, जिससे हिंदू आहत है और देश का हिंदू ही इन्हें जवाब देगा।
कतर में 8 पूर्व भारतीय नौसैनिकों को मौत की सजा सुनाए जाने के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि विदेश मंत्रालय इस मामले को देख रहा है, भारत सरकार ने कतर सरकार के सामने अपना पक्ष रखा है। इस पर हम आश्चर्यचकित, अचंभित और हैरान भी हैं कि ऐसा भी होता है। भारत इस पर कानूनी लड़ाई लड़ने को भी तैयार है, इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस के सामने भी सरकार अपना पक्ष रखेगी। सरकार निश्चित तौर पर उन लोगों को सकुशल छुड़ा कर लाने में कामयाब होगी।