चंडीगढ़, 8 जुलाई हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनावों में अपने खराब प्रदर्शन से घबराई भाजपा, जिसमें उसने पांच सीटें जीतीं तथा कांग्रेस को भी इतनी ही सीटें दीं, आगामी विधानसभा चुनावों के लिए रणनीति तैयार करने तथा उम्मीदवारों का चयन करने के लिए कार्यकर्ताओं से फीडबैक ले रही है।
‘मेगा मीटिंग’ जल्द विधानसभा चुनावों के लिए अपनी रणनीति को अंतिम रूप देने के लिए भाजपा जल्द ही राज्य भर के पार्टी नेताओं की दूसरी राज्य स्तरीय ‘मेगा बैठक’ आयोजित करेगी। 29 जून को भाजपा ने पंचकूला में अपनी पहली ‘मेगा मीटिंग’ की, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह ने घोषणा की कि पार्टी सीएम सैनी के नेतृत्व में अकेले चुनाव लड़ेगी।
आगामी विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए भाजपा जिला स्तर पर कार्यकर्ताओं की बैठकें कर रही है। जिला स्तर पर होने वाली बैठकों से मिलने वाले फीडबैक का इस्तेमाल चुनाव की रणनीति तैयार करने में किया जाएगा।
जिला स्तरीय बैठकें 11 जुलाई को झज्जर में एक बैठक के साथ समाप्त होंगी। उससे पहले, 10 जुलाई को रोहतक और हिसार में बैठकें आयोजित की जाएंगी, जहां से पार्टी हालिया लोकसभा चुनावों में हार गई थी।
एक वरिष्ठ नेता ने माना कि नेतृत्व और कार्यकर्ताओं के बीच ‘संपर्क’ नहीं है, खासकर उन पांच लोकसभा सीटों पर जहां से पार्टी चुनाव हारी है। उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय बैठकों के माध्यम से कार्यकर्ताओं के साथ ‘संपर्क’ स्थापित करने के लिए ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। भाजपा के राज्य प्रभारी सतीश पूनिका जमीनी हकीकत से खुद को परिचित करने के लिए जिला स्तरीय बैठकों में सक्रिय रुचि ले रहे हैं।
बैठकों से मिलने वाले फीडबैक से विधानसभा चुनाव की रणनीति बनाने के लिए जल्द ही होने वाली राज्य स्तरीय बैठक में चर्चा के लिए आधार मिलेगा। पार्टी नेता ने कहा कि फीडबैक और पार्टी द्वारा विभिन्न उम्मीदवारों की जीत की संभावना पर सर्वेक्षण अंतिम चयन के लिए महत्वपूर्ण होंगे।
इस बीच, पार्टी को विधानसभा चुनावों में अपने आजमाए हुए ‘पन्ना प्रमुखों’ पर भरोसा करने की उम्मीद है। ‘पन्ना प्रमुख’ भगवा पार्टी द्वारा तैयार की गई एक अनूठी अवधारणा है जिसके तहत पार्टी के एक नेता को मतदाता सूची के ‘पन्ना’ (पृष्ठ) का प्रभारी बनाया जाता है। इससे ज़्यादा से ज़्यादा मतदाताओं को मतदान केंद्र तक लाने और पार्टी के लिए वोट करने में मदद मिलती है।